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उत्तर प्रदेश: सपा और अपना दल की दोस्ती में कैसे पड़ी दरार, अंत में खत्म हुआ सस्पेंस

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और अपना दल कमेरावादी के बीच गठबंधन टूट गया है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने खुद इसकी घोषणा की है. हालांकि इस रिश्ते में एकाएक दरार नहीं आई है. इस साल फरवरी में यूपी की 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव के दौरान ही […]

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उत्तर प्रदेश: सपा और अपना दल की दोस्ती में कैसे पड़ी दरार, अंत में खत्म हुआ सस्पेंस
  • March 21, 2024 7:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और अपना दल कमेरावादी के बीच गठबंधन टूट गया है. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने खुद इसकी घोषणा की है. हालांकि इस रिश्ते में एकाएक दरार नहीं आई है. इस साल फरवरी में यूपी की 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव के दौरान ही यह दरार पड़ गई थी. अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल जो सपा के टिकट पर विधायक हैं और उन्होंने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को मात दी थी।

हालांकि फरवरी में संपन्न हुए राज्यसभा चुनाव के बाद अपना दल कमेरावादी की नाराजगी खुल कर सामने आ गई. वहीं पल्लवी पटेल राज्यसभा चुनाव में आखिरी वक्त तक यह सस्पेंस बनाए रखा था कि वह वोट करेंगी भी या नहीं. अगर करेंगी तो किसे? वोटिंग खत्म होने में करीब दो घंटे बाकी थे तब वह घर से मतदान करने निकलीं और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रामजी लाल सुमन को मतदान किया था।

राज्यसभा चुनाव के दौरान नाराजगी इस हद तक बढ़ गई थी कि सपा नेता के आहूत डिनर में भी पल्लवी नहीं पहुंचीं थीं. इस बात से पल्लवी नाराज थीं कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख पिछड़ा, अल्पसंख्यक और दलित की बात तो करते हैं, लेकिन जब मौका देने की बारी आती है तो कुछ चुनिंदा लोगों को ही उम्मीदवार बनाया जाता है।

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