नई दिल्ली: सऊदी अरब ने रमजान को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है. सऊदी अरब ने रमजान के महीने में बार-बार उमरा करने पर बैन लगा दिया है. यह फैसला मक्का में उमराह के दौरान होने वाली भारी भीड़ को कम करने के लिए लिया है. इस फैसले से ऐसे लोग प्रभावित होंगे जो बार-बार […]
नई दिल्ली: सऊदी अरब ने रमजान को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है. सऊदी अरब ने रमजान के महीने में बार-बार उमरा करने पर बैन लगा दिया है. यह फैसला मक्का में उमराह के दौरान होने वाली भारी भीड़ को कम करने के लिए लिया है. इस फैसले से ऐसे लोग प्रभावित होंगे जो बार-बार रमजान के लिए महीने में उमराह करने के लिए पहुंच जाते हैं. रमजान इस्लाम का पवित्र महीना माना जाता है. इस पवित्र महीने में लोग रोजा (उपवावस) रखते हैं और दिन में 5 बार नमाज पढ़ते हैं.
गल्फ न्यूज एजेंसी के मुताबिक सऊदी हज और उमराह मंत्रालय ने रमजान के महीने में एक बार से ज्यादा बार उमराह करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. मंत्रालय ने बताया कि अब एक आदमी रमजान के महीने में सिर्फ एक बार ही उमराह कर सकता है. मंत्रालय ने कहा कि रमजान में दो बार ये इससे ज्यादा उमरा करने के लिए कोई परमिट जारी नहीं किया गया है. इसके अलावा सऊदी अरब में अधिकारियों ने रमजान के दौरान आने वाले लोगों का ध्यान रखने के लिए बहुत सारे उपाय किए हैं.
उमराह की प्रक्रिया को मक्का मस्जिद अल हराम में रमजान के महीने दुनिया भर के मुसलमान पहुंचते हैं. जहां वह रोजा (उपवास) रखने के साथ-साथ दिन में 5 बार नमाज अदा करते हैं. इसको इबादत कहा जाता है. इस्लाम में रमजान पवित्र महीना माना जाता है, इसमें दुनिया का हर मुसलमान मस्जिद अल हरम मक्का की ग्रैंड मस्जिद में करना चाहते हैं. इसके लिए दुनिया भर से मुसलमान मक्का पहुंचते हैं. जिसकी वजह से वहां काफी भीड़ हो जाती है. इसी को कम करने के लिए सऊदी ने एक बार से ज्यादा उमराह करने पर अब प्रतिबंध लगा दिया है. जिससे भीड़ को कम किया जा सके. रमजान के महीनों के महीने में एक बार से ज्यादा उमराह खासकर करते हैं जो सऊदी अरब में काम करने के लिए गए हैं या जिनका टूरिस्ट वीजा होता है.
सऊदी अरब ने रमजान के शुरु होने से पहले फैसला लेते हुए मस्जिदों में आयोजित होने वाली इफ्तार पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस बार सऊदी अरब में 11 मार्च से रमजान का रोजा शुरु हुआ है. 9 अप्रैल को रमजान का महीना खत्म हो जाएगा. इसके बाद 11 अप्रैल को इद मनाई जायेगी.