नई दिल्ली। इन दिनों फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चलाने वाली मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms) बड़ी समस्या में घिर चुकी है। जानकारी के अनुसार, अमेरिका में मेटा के खिलाफ अवैध नशीली दवाओं की बिक्री करने का आरोप लगा है। इन आरोपों को लेकर कंपनी के खिलाफ जांच चल रही है। […]
नई दिल्ली। इन दिनों फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चलाने वाली मेटा प्लेटफॉर्म्स (Meta Platforms) बड़ी समस्या में घिर चुकी है। जानकारी के अनुसार, अमेरिका में मेटा के खिलाफ अवैध नशीली दवाओं की बिक्री करने का आरोप लगा है। इन आरोपों को लेकर कंपनी के खिलाफ जांच चल रही है। बता दें कि वर्जिनिया के प्रॉसिक्यूटर्स दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी के खिलाफ जांच में लगे हुए हैं।
दरअसल, एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ये दावा किया गया है कि मेटा प्लेटफॉर्म्स को ड्रग्स सेल से लाभ हुआ है। वहीं सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में ये कहा गया है कि कंपनी के खिलाफ क्रिमिनल जांच चल रही है। जिसके संबंध में उसे पिछले साल समन भेजा गया था। यही नहीं जांचकर्ताओं ने मेटा से ड्रग कंटेंट और अवैध ड्रग्स सेल के रिकॉर्ड भी मांगे हैं। मीडिया रिपोर्ट देने वाली कंपनी का ये दावा है कि इस जांच में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) भी सहायता दे रहा है।
इस संबंध में मेटा के प्रवक्ता ने ये दावा किया है कि अवैध ड्रग्स की बिक्री हमारी पॉलिसी के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हम लगातार इन चीजों की जांच करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करते हैं। हम अपनी किसी भी सेवा में इसका समर्थन नहीं करते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेटा ने हमेशा कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अवैध ड्रग्स के खिलाफ लड़ने में समर्थन भी दिया है। हालांकि, इस जांच के संबंध में मेटा, एफडीए और वर्जिनिया अटॉर्नी जनरल ऑफिस ने कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया।
वहीं मेटा के ग्लोबल अफेयर्स प्रेसिडेंट निक क्लेग द्वारा शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा गया था कि हमारी कंपनी ने हमेशा विदेश विभाग, यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम और सैपचैट को सिंथेटिक ड्रग्स की ऑनलाइन बिक्री रोकने में सहायता की है। इसके साथ ही हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स हमेशा अवैध ड्रग्स के दुष्परिणामों के बारे में जागरुकता फैलाते हैं।