नई दिल्ली। दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन गूगल है। इसके उपयोग से किसी भी विषय के बारे में जानकारी ली जा सकती है। यही नहीं गूगल समय-समय पर अपने यूजर्स के लिए ऐसे फीचर्स लाता रहता है, जो उनके बहुत काम आता है। साथ ही गूगल, गूगल मैप्स और गूगल […]
नई दिल्ली। दुनिया में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन गूगल है। इसके उपयोग से किसी भी विषय के बारे में जानकारी ली जा सकती है। यही नहीं गूगल समय-समय पर अपने यूजर्स के लिए ऐसे फीचर्स लाता रहता है, जो उनके बहुत काम आता है। साथ ही गूगल, गूगल मैप्स और गूगल फोटोज जैसे कई ऐप्लीकेशन भी देता है, जो यूजर्स के काम को आसान बनाता है। अब यूजर्स, गूगल की मदद से किसी भी वेबसाइट को ऐप में कन्वर्ट भी कर सकते हैं।
इससे मोबाइल ऐप्लीकेशन फोन में इंस्टॉल हो जाते हैं और इनका इस्तेमाल करना और भी आसान हो जाता है। इसके लिए बस आपको ऐप के आइकन पर क्लिक करना होता है और आप ऐप को एक्सेस कर सकते हैं। आजकल ज्यादातर लोग अपना काम करने के लिए ऐप्लीकेशन का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में अब गूगल, अपने यूजर्स को किसी भी वेबसाइट को ऐप में कन्वर्ट करने की सुविधा देता है।
जहां पहले ये सुविधा सिर्फ उन्हीं वेबसाइट्स के लिए थी जो खास PWA फीचर को सपोर्ट करती थीं, वहीं अब गूगल ने ये लिमिटेशन हटा दी है। अब क्रोम कैनरी अपडेट (Chrome Canary 124) में नया फीचर आ गया है, जिसकी मदद से यूजर किसी भी वेबसाइट या वेब पेज को ऐप में बदल सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी किसी वेबसाइट को ऐप में कन्वर्ट करना चाहते हैं, तो हम आपको स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस बताने जा रहे हैं।
किसी भी वेबसाइट को ऐप में कन्वर्ट करने के लिए, अपने कंप्यूटर पर क्रोम कैनरी 124 डाउनलोड करें। इसके लिए क्रोम की वेबसाइट पर जाएं और वहां कैनरी वाला ऑप्शन चुन लें। इसके बाद लेटेस्ट वर्जन को डाउनलोड करके इनस्टॉल कर लें।
अपडेट पूरा होने के बाद ब्राउजर ओपेन करें।
अब अपनी पसंद की कोई भी वेबसाइट खोलें।
अब यहां ऊपर दाएं कोने पर दिए गए तीन डॉट्स पर क्लिक करें।
इसके बाद आपको यहां पर Save and Share का ऑप्शन मिलेगा। इसे सिलेक्ट कर लें।
अब Save page as app ऑप्शन पर जाएं।
ऐसा करने से वो वेबसाइट या वेबपेज आपके डिवाइस में ऐप के रूप में इंस्टॉल हो जाएगी।
अभी ये फीचर क्रोम कैनरी में मौजूद है, जो कि क्रीम ब्राउजर का टेस्टिंग वर्जन है। जिसमें गूगल नए फीचर्स को लाता है और फिर यूजर्स से फीडबैक लेता है। ऐसे में हो सकता है कि इस टेस्टिंग वर्जन में कुछ चीजें ठीक से काम न करें और वेबसाइट में भी दिक्कतें आएं। इसी लिए इसे अपना प्राइमरी ब्राउजर न बनाएं और सिर्फ नए फीचर्स ट्राई करने के लिए ही इसका उपयोग करें।