नई दिल्ली/शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर छाई सियासी संकट बरक़रार है। 6 कांग्रेसी विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग होने की वजह से पार्टी राज्यसभा सीट हार गई और इससे शुरू हुई खींचतान के कारण सरकार गिरने के कगार पर है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का सीएम पद छीना जा सकता […]
नई दिल्ली/शिमला: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर छाई सियासी संकट बरक़रार है। 6 कांग्रेसी विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग होने की वजह से पार्टी राज्यसभा सीट हार गई और इससे शुरू हुई खींचतान के कारण सरकार गिरने के कगार पर है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू का सीएम पद छीना जा सकता है। बुधवार देर शाम या रात तक विधायक दल का नया नेता चुना जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री का नाम सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं। विधायक दल की बैठक में उनके नाम का ऐलान किया जा सकता है। इधर कांग्रेस हाईकमान ने स्थिति को संभालने के लिए डीके शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को प्रदेश में पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है। शाम 5 बजे के करीब दोनों नेता शिमला पहुंचे हैं।
कुल सीटें-68
बहुमत-35
कांग्रेस-40
भाजपा- 25
अन्य- 03
हिमाचल में भले ही कांग्रेस सरकार में बगावत हुई है लेकिन इसके बाद भी बीजेपी के लिए राहें आसान नहीं है। कांग्रेस के पास वर्तमान में 40 विधायक हैं, जिसमें से 6 बागी हैं। इन 6 को छोड़ दिया जाए तो पार्टी के पास 34 विधायक बचेंगे। इसके अतिरिक्त 3 निर्दलीय विधायक हैं। वहीं भाजपा के पास 25 MLA हैं, कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय को जोड़ देने पर वहां 34 विधायक हो जाएंगे। हालांकि कांग्रेस दलबदल कानून के तहत अपने 6 बागी विधायकों को अयोग्य करार दे देती है तो फिर भाजपा के पक्ष में फैसला नहीं जायेगा।
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