नई दिल्ली। पाकिस्तान में हुए आम चुनाव परिणामों के बाद सरकार गठन को लेकर छाया सियासी संकट अब खत्म हो गया है। पाकिस्तान के दो प्रमुख दल, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच समझौता हो चुका है। शहबाज शरीफ इस सरकार के प्रधानमंत्री होंगे। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, […]
नई दिल्ली। पाकिस्तान में हुए आम चुनाव परिणामों के बाद सरकार गठन को लेकर छाया सियासी संकट अब खत्म हो गया है। पाकिस्तान के दो प्रमुख दल, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच समझौता हो चुका है। शहबाज शरीफ इस सरकार के प्रधानमंत्री होंगे। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पीपीपी और पीएमएल-एन के शीर्ष नेताओं ने पुष्टि की कि वो देश के व्यापक हित में सरकार बनाने के लिए गठबंधन में शामिल हो रहे हैं।
पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने बताया कि शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए गठबंधन के उम्मीदवार होंगे तथा आसिफ अली जरदारी देश के राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार होंगे। बिलावल भुट्टो-जरदारी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के पास अब पूरी संख्या है और हम अगली सरकार बनाने की स्थिति में भी हैं। उन्होंने आगे कहा कि दोनों पार्टियां देश को मौजूदा संकट से बाहर निकालने के लिए अगली सरकार बनाएंगी और उम्मीद जताई कि वो ऐसा करने में सक्षम होंगे।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या पीपीपी को कोई विभाग मिल रहा, शहबाज सरीफ ने कहा कि बिलावल के नेतृत्व वाली पार्टी ने पहले दिन से किसी भी मंत्रालय की मांग नहीं की है। उन्होंने आगे कहा कि दो पक्षों के बीच बातचीत होती है और मुद्दों का आपसी बातचीत के माध्यम से समाधान किया जाता है। इसका मतलब ये नहीं है कि हम उनकी मांगों को स्वीकार करते हैं या वो हमारी मांगों को मानते हैं।