Farmer Protest: किसान करेंगे दिल्ली कूच, पंजाब में 22 फरवरी को बड़ी बैठक

नई दिल्लीः किसान आंदोलन के मद्देनजर अगले 24 घंटे अमह होने जा रहा है। इस दो दिन दो बड़े घटनाक्रम होंगे। सरकार के द्वारा दिए गए प्रस्तावों को किसान नेताओं ने मानने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने हरियाणा से लगते पंजाब के शंभू बॉर्डर पर कहा कि […]

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Farmer Protest: किसान करेंगे दिल्ली कूच, पंजाब में 22 फरवरी को बड़ी बैठक

Sachin Kumar

  • February 20, 2024 7:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 months ago

नई दिल्लीः किसान आंदोलन के मद्देनजर अगले 24 घंटे अमह होने जा रहा है। इस दो दिन दो बड़े घटनाक्रम होंगे। सरकार के द्वारा दिए गए प्रस्तावों को किसान नेताओं ने मानने से इनकार कर दिया है। जिसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने हरियाणा से लगते पंजाब के शंभू बॉर्डर पर कहा कि 21 फरवरी की सुबह वह दिल्ली कूच करेंगे। दूसरा 22 फरवरी को यानी गुरुवार को सबसे बड़ा किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा एसकेएम अपनी अमह बैठक करेंगे।

प्रदर्शन में शामिल नहीं है एसकेएम

किसान आंदोलन 2.0 में एसकेएम शामिल नहीं है। हालांकि उसके कुछ घटक दल आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं। इस आंदोलन का कमान भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी संगठन के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल, पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति’ के सरवन सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने ले रखा है। इन किसान संगठनों ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक ‘दाल, मक्का और कपास’ की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किए जाने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।

जिसके बाद किसान नेताओं ने बुधवार यानी 21 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी में कूच करने की घोषणा की है। शंभू बॉर्डर पर पंधेर ने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि या तो हमारे मुद्दों का समाधान किया जाए या बैरिकेडिंग हटाकर हमें शांतिपूर्वक विरोध-प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने की अनुमति दी जाए।

पंजाब में किसानों की बड़ी बैठक

संयुक्त किसान मोर्चा के महत्वपूर्ण घटक दल रहे जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय संयोजक अविक साहा का कहना है कि एसकेएम इस आंदोलन पर नजर बनाए हुए हैं। मौजूदा समय में अनेक किसान संगठन, अपने-अपने स्तर पर आवाज उठा रहे हैं। गुरुवार को एसकेएम की जनरल बॉडी की बैठक, पंजाब में बुलाई गई है। इस बैठक में दक्षिण भारत के किसान संगठन भी हिस्सा लेंगे लेकिन उनकी संख्या कम ही रहेगी। खासतौर से उत्तर भारत, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के किसान संगठन, जनरल बॉडी की बैठक में पहुंचेंगे।

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