नई दिल्लीः ब्लॉकबस्टर फिल्म दंगल में बाल नायिका बबीता फोगट का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री सुहानी भटनागर का 19 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि सुहानी भटनागर डर्मेटोमायोसाइटिस नामक बीमारी से पीड़ित […]
नई दिल्लीः ब्लॉकबस्टर फिल्म दंगल में बाल नायिका बबीता फोगट का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री सुहानी भटनागर का 19 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि सुहानी भटनागर डर्मेटोमायोसाइटिस नामक बीमारी से पीड़ित थीं। जानें इस बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में।
डर्मेटोमायोसाइटिस एक पूरी तरह से अलग प्रकार की बीमारी है जो किसी व्यक्ति की त्वचा और मांसपेशियों को प्रभावित करती है। इस बीमारी को ऑटोइम्यून बीमारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। ऑटोइम्यून बीमारियां वे बीमारियां हैं जिनमें हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अलग तरह से कार्य करती है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है और वह बीमारियों से नहीं लड़ पाता। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होती है।
डर्मेटोमायोसाइटिस के पहले लक्षण त्वचा पर दिखाई देते हैं। त्वचा धीरे-धीरे काली पड़ने लगती है। त्वचा पर चकत्ते भी दिखाई देने लगते हैं। इसका असर सबसे ज्यादा आंखों के आसपास और चेहरे पर साफ नजर आता है। इन चकत्तों में खुजली और दर्द हो सकता है।
इस रोग में रोगी को बैठना, वजन उठाना तथा सीढ़ियां चढ़ना-उतरना बहुत कठिन होता है। बिना कुछ किए थकान महसूस होना।
डर्मेटोमायोसाइटिस में शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं और बाद में समस्या अधिक गंभीर हो जाती है।
अब तक इस बीमारी का सटीक कारण नहीं पता चला है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है। इससे पीड़ित की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने स्वयं के स्वस्थ ऊतकों पर हमला करना शुरू कर देती है। इसके पीछे जेनेटिक्स और कुछ खास तरह की दवाइयां, वायरस इन्फेक्शन, स्मोकिंग जैसे दूसरे कारण हो सकते हैं।