Advertisement
  • होम
  • टेक
  • Tech layoffs in 2024: कई दिगग्ज टेक कंपनियों ने 2024 में की कर्मचारियों की छंटनी, जानें वजह

Tech layoffs in 2024: कई दिगग्ज टेक कंपनियों ने 2024 में की कर्मचारियों की छंटनी, जानें वजह

नई दिल्ली। इस साल 2024 के जनवरी महीने में कई दिग्गज टेक कंपनियों के द्वारा हजारों कर्मचारियों की बड़े स्तर पर छंटनी की गई (Tech layoffs in 2024)। यही नहीं ये सिलसला अभी भी जारी है। बता दें कि टेक छंटनी ट्रैकर Layoffs.fyi के मुताबिक, 2024 के पहले कुछ हफ्तों में ही गूगल और अमेजन […]

Advertisement
Tech layoffs in 2024: कई दिगग्ज टेक कंपनियों ने 2024 में की कर्मचारियों की छंटनी, जानें वजह
  • February 13, 2024 4:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

नई दिल्ली। इस साल 2024 के जनवरी महीने में कई दिग्गज टेक कंपनियों के द्वारा हजारों कर्मचारियों की बड़े स्तर पर छंटनी की गई (Tech layoffs in 2024)। यही नहीं ये सिलसला अभी भी जारी है। बता दें कि टेक छंटनी ट्रैकर Layoffs.fyi के मुताबिक, 2024 के पहले कुछ हफ्तों में ही गूगल और अमेजन जैसी कई टेक कंपनियों ने 34,000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है।

टेक कंपनियों में हुई छंटनी

दरअसल, 2024 की शुरूआत के साथ ही टेक कंपनियों में ये छंटनी का दौर शुरू हो गया(Tech layoffs in 2024) था, जो कि अब धीरे-धीरे बढ़ रहा है। इस दौरान, 2024 के पहले के ही कुछ हफ्तों में Google, Amazon जैसी प्रमुख कंपनियों ने बड़े स्तर पर अपने कर्मचारियों को बाहर निकाला। गूगल और अमेजन के अलावा इसमें मेटा, X और सिस्को जैसे दिग्गज कंपनियां भी शामिल हैं।

बन सकता है नौकरी का संकट

इस तरह से बड़ी संख्या में टेक कंपनियों की तरफ से नौकरियों में कटौती को देखकर ये माना जा रहा है कि आने वाला समय सही नहीं होगा। वर्तमान की स्थिति को देखते हुए भविष्य के हालात सही नहीं देखे जा रहे हैं। ऐसे में शोधकर्ताओं का मानना है कि रोजगार संकट पूरे 2024 में बना रहेगा।

बड़ी वजह है AI का विस्तार

वहीं Google, Microsoft और अन्य प्रमुख टेक कंपनियां, AI मशीन लर्निंग और डेटा साइंस को बहुत तवज्जो दे रही हैं। जिसका असर सीधा कंपनियों के बुनियादी स्ट्रक्चर पर पड़ रहा है। जेनरेटिव एआई, न्यूरल नेटवर्क और रोबोटिक्स में महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए भी कंपनियां काफी बड़े लेवल पर इस तकनीक को अपना रहीं हैं।

ये भी पढ़ें- App खरीदने के लिए देना होता है हिडन चार्ज, सब्सक्रिप्शन के जाल में फंसे 67 प्रतिशत यूजर्स

Advertisement