नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन मंगलवार को इतनी संख्या में राम भक्त उमड़े कि प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, और नतीजा ये हुआ कि मंदिर परिसर के पास स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और प्रशासन को सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल करना पड़ा. दरअसल मंगलवार आधी रात से […]
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन मंगलवार को इतनी संख्या में राम भक्त उमड़े कि प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए, और नतीजा ये हुआ कि मंदिर परिसर के पास स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और प्रशासन को सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल करना पड़ा. दरअसल मंगलवार आधी रात से ही मंदिर के सामने भक्तों की भीड़ जमा हो गई और सुबह होते-होते भीड़ और बढ़ गई, जिससे प्रशासन की सांसें अटक गईं. बता दें कि इस दौरान कई फैंस घायल भी हो गए. साथ ही पुलिस और आरपीएफ ने बल प्रयोग किया, और इस समय लोगों ने कहा कि वो दर्शन के बाद ही लौटेंगे.
राम मंदिर के उद्घाटन के बाद मंगलवार को पहली बार मंदिर को जनता के लिए खोले जाने से आस्था की लहर दौड़ गई है. साथ ही रामलला के दर्शन का आनंद लेने के लिए सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालु राम जन्मभूमि पहुंच गए है. श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास ने कहा कि मंदिर सुबह 6.30 बजे आरती के बाद खोला जायेगा और जैसे ही मंदिर खुला, भक्त दर्शन के लिए उमड़ पड़े, और कई श्रद्धालु रामलला दर्शन के लिए 2 से 3 दिन तक रुके. दरअसल भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर दोपहर में एक घंटे पहले खोला गया.
बता दें कि राम मंदिर के परिसर का एक दृश्य, श्रद्घालुओं की बढ़ती भीड़ ने प्रशासन को परेशान कर दिया, और इस दौरान कुछ लोग जमीन पर भी गिर गए, फिर जवानों ने उन्हें खींचकर बाहर निकाला. साथ ही कुछ लोगों को चोट भी लगी, और राम मंदिर में दर्शन का समय भी बढ़ा दिया गया है फिर भी भक्तों का जमावड़ा नियंत्रित नहीं हगो प[आ रहा है. दरअसल राममंदिर के बाहर श्रद्घालुओं और पुलिस बल के बीच धक्कामुक्की भी हुई.
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