नई दिल्लीः बिहार में लोकसभा चुनावों के पहले बड़ा राजनीतिक खेला हो सकता है। सियासी गलियारों में लगाए जा रहे ऐसे कयासों को ताजा बयानबाजी ने हवा दे दी है। शुक्रवार यानी 19 जनवरी की सुबह घटे घटनाक्रम के बाद आई नेताओं की प्रतिक्रिया ने इसे और बढ़ा दिया है। अब पूर्व सीएम जीतन राम […]
नई दिल्लीः बिहार में लोकसभा चुनावों के पहले बड़ा राजनीतिक खेला हो सकता है। सियासी गलियारों में लगाए जा रहे ऐसे कयासों को ताजा बयानबाजी ने हवा दे दी है। शुक्रवार यानी 19 जनवरी की सुबह घटे घटनाक्रम के बाद आई नेताओं की प्रतिक्रिया ने इसे और बढ़ा दिया है। अब पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी अपने बयान से बदलाव के संकेत दे दिए हैं। दरअसल, मांझी ने अपने बयान में कहा है कि बिहार के सियासी घटनाक्रम पर हमारी नजर बनी हुई है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात हम नजर बनाए हुए हैं। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का आदेश दिया है। बता दें कि पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर मांझी नई दिल्ली में हैं। गुरुवार यानी 18 जनवरी को पार्टी के अधिवेशन में उन्होंने एनडीए से सम्मानजनक सीटें पाने की बात कही थी।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर भेंट की। सुबह 11.30 बजे जैसे ही लालू प्रसाद और तेजस्वी एक साथ सीएम आवास पहुंचे तो सियासी गहमा-गहमी तेज हो गईं। तीनों दिग्गज नेताओं की यह मुलाकात लगभग 45 मिनट तक चली। वहीं सीएम आवास से बाहर आने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन में सब सही है। ये मुलाकात प्रशासनिक कामकाज से जुड़ा हुआ है।
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