नई दिल्ली। अपने चार साल के बेटे की हत्या की आरोपी स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई की सीईओ सूचना सेठ लगातार आरोपों से इनकार कर रहीं हैं। हालांकि, पुलिस को सेठ के दावों पर विश्वास नहीं है। शनिवार को पुलिस सेठ को उस आपर्टमेंट में लेकर गई, जहां सेठ ने कथित तौर पर अपने बेटे की […]
नई दिल्ली। अपने चार साल के बेटे की हत्या की आरोपी स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई की सीईओ सूचना सेठ लगातार आरोपों से इनकार कर रहीं हैं। हालांकि, पुलिस को सेठ के दावों पर विश्वास नहीं है। शनिवार को पुलिस सेठ को उस आपर्टमेंट में लेकर गई, जहां सेठ ने कथित तौर पर अपने बेटे की हत्या के बाद आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस ने वहां क्राइम सीन रिक्रियेट करने की कोशिश की।
पुलिस का कहना है कि सूचना जांच में पुलिस का सहयोग नहीं कर रही हैं। पुलिस ने बैग से मिले नोट के आधार पर सेठ की मनोवैज्ञानिक जांच कराई है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो, नोट में मिली जानकारी से संकेत मिल रहे हैं कि सेठ गहरे अवसाद में हैं। हालांकि, कोर्ट में पेश करते समय और पूछताछ के दौरान बातचीत में वो पूरे आत्मविश्वास के साथ बात कर रही थीं। उसे देखने में ऐसा लगता है कि उन्हें बेटे की मौत का कोई पछतावा नहीं है। सेठ के व्यवहार में भी कोई फर्क नहीं दिखता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पति वेंकट रमन ने गोवा पहुंचकर बयान दर्ज कराया है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सूचना सेठ के पति वेंकट रमन के वकील ने कहा कि CEO ने 6 जनवरी को रमन को एक ई-मेल भेजा और कहा कि वो अगले दिन उनके बच्चे से मिल सकते हैं। हालांकि गोवा सर्विस्ड अपार्टमेंट के मैनेजर के अनुसार, जिस रात ये ई-मेल भेजा गया था, उसी रात उसने अपने चार साल के बेटे के साथ चेक-इन किया था। वकील ने आगे बताया कि 10 जनवरी तक कमरा बुक कर लिया गया था तथा भुगतान भी कर दिया गया था। रमन के वकील ने बताया कि पति को पता नहीं था कि उसकी पत्नी और बच्चा गोवा में हैं और वो निर्धारित जगह पर मिलने गए, एक घंटे तक इंतजार किया, उसे एक व्हाट्सएप मैसेज और दो ई-मेल भेजे तथा पूछा कि क्या सब कुछ ठीक है, जब वो नहीं आई, फिर वह चले गए।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रमन ने शनिवार दोपहर को गोवा पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया तथा कहा कि उन्हें पिछले पांच हफ्तों से बच्चे से मिलने की इजाजत नहीं दी गई। रमन के वकील, अजहर मीर ने कहा कि ‘हमें किसी न्याय की उम्मीद नहीं है। बच्चा मर चुका है और मां ने ऐसा क्यों किया, ये एक तरह से अप्रासंगिक है।’