Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • GDP: वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण बोली पांच ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था होगा भारत

GDP: वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण बोली पांच ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था होगा भारत

नई दिल्लीः भारत 2027-28 तक पांच ट्रिलियन डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा अर्थव्यवस्था बन जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बातें कही है। वित्त मंत्री ने बताया कि वर्तमान में 50 करोड़ से अधिक भारतीयों के पास बैंक खाते हैं। जबकि साल 2014 […]

Advertisement
GDP: वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण बोली पांच ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था होगा भारत
  • January 10, 2024 6:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्लीः भारत 2027-28 तक पांच ट्रिलियन डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा अर्थव्यवस्था बन जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बातें कही है। वित्त मंत्री ने बताया कि वर्तमान में 50 करोड़ से अधिक भारतीयों के पास बैंक खाते हैं। जबकि साल 2014 में यह संख्या 15 करोड़ थी। वित्त मंत्री ने कहा है कि भारत को पिछले 8-9 साल में 595 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ है।

वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में वित्त मंत्री का ऐलान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि रुढ़िवादी अनुमानों के हिसाब से भी भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार साल 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा। सीतारमण ने वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि संभव है कि हम वित्त वर्ष 2027-28 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे और हमारी जीडीपी उस समय तक पांच लाख करोड़ डॉलर (पांच ट्रिलियन डॉलर) से ज्यादा हो जाएगी। अनुमान है कि वर्ष 2047 तक हमारी अर्थव्यवस्था कम-से- कम 30 लाख करोड़ डॉलर तक जा पहुंचेगी।

हमारी सरकार में एफडीआई बढ़ी

बता दें कि इस समय भारत लगभग 3.4 लाख करोड़ डॉलर के जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत अभी अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी से पीछे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष में 7.3 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसकी वृद्धि दर 7.2 फीसदी रही थी। वित्त मंत्री ने कहा कि इस एफडीआई का 65 प्रतिशत यानी 595 अरब डॉलर नरेन्द्र मोदी सरकार के पिछले आठ-नौ वर्षों के कार्यकाल में आया है।

Advertisement