नई दिल्लीः जच्चा-बच्चा अस्पताल में गुरुवार को एक नवजात की मौत हो गई। मामले के बाद परिजन उसका शव लेकर शुक्रवार को हैलट चौकी पहुंच गए। चौकी प्रभारी को इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। लापरवाही हुई या नहीं यह जानने के लिए पुलिस ने […]
नई दिल्लीः जच्चा-बच्चा अस्पताल में गुरुवार को एक नवजात की मौत हो गई। मामले के बाद परिजन उसका शव लेकर शुक्रवार को हैलट चौकी पहुंच गए। चौकी प्रभारी को इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। लापरवाही हुई या नहीं यह जानने के लिए पुलिस ने मामले को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व सीएमओ को भेजने की बात की है।
चौबेपुर के शैलेंद्र कुमार ने पत्नी विद्या देवी को 28 दिसंबर को प्रसव के लिए जच्चा-बच्चा अस्पताल में भर्ती किया था। प्रसव के बाद बच्चे को एनआईसीयू में भर्ती किया गया। आरोप है कि कुछ देर के बाद डॉक्टरों ने बच्चे को यह कहकर वापस कर दिया था कि वह ठीक है। शैलेंद्र ने कहा कि 3 जनवरी को बच्चे की हालत बिगड़ने पर फिर से डॉक्टर के पास लाए। तब भी डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा ठीक है। थोड़े कपड़े और पहना दो। रात करीब साढ़े नौ बजे बच्चे की मौत हो गई। तब परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा मचाया था। बीते शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शैलेंद्र नवजात का शव गत्ते में लेकर चौकी पहुंचे और तहरीर दी।
चौकी प्रभारी पंकज कुमार ने जानकारी दी कि शैलेंद्र की तहरीर मिली है। केस मेडिकल कालेज प्राचार्य व सीएमओ को रेफर किया जाएगा। उनकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जायेगा। इधर, पोस्टमार्टम में नवजात की मौत का कारण साफ नहीं हुआ है। विसरा सुरक्षित रखा गया है।
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