नई दिल्लीः इन दिनों लोग कई तरीके की शारीरिक और मानसिक परेशानी का शिकार होते जा रहे हैं। काम के बढ़ते बोझ और तेजी से बदलती लाइफस्टाइल लोगों को कई दिक्कतों का शिकार बना रही है। एंग्जायटी इन्हीं समस्याओं में से एक है जिससे इन दिनों कई लोग परेशान है। ऐसे में एंग्जायटी अटैक को […]
नई दिल्लीः इन दिनों लोग कई तरीके की शारीरिक और मानसिक परेशानी का शिकार होते जा रहे हैं। काम के बढ़ते बोझ और तेजी से बदलती लाइफस्टाइल लोगों को कई दिक्कतों का शिकार बना रही है। एंग्जायटी इन्हीं समस्याओं में से एक है जिससे इन दिनों कई लोग परेशान है। ऐसे में एंग्जायटी अटैक को डील करने के लिए आप इन तरीकों की सहायता ले सकते हैं।
अगर आपको या किसी दूसरे व्यक्ति को एंग्जायटी अटैक आया है, तो इससे जल्द आराम पाने के लिए आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज की सहायता ले सकते हैं। अटैक के दौरान अपने दिमाग और शरीर को शांत करने के लिए गहरी सांस लेना एक बेहद प्रभावी तरीका साबित होता है। अपनी नाक से धीरे-धीरे सांस लेना, कुछ सेकंड के लिए सांस रोकना और फिर मुंह से सांस छोड़ने से आपको एंग्जायटी अटैक से राहत मिलेगी।
एंग्जायटी अटैक से जल्द निपटने के लिए सबसे अधिक ज़रूरी है, इसके लक्षणों की पहचान करना। एंग्जायटी अटैक के शारीरिक और भावनात्मक लक्षण हो सकते हैं, जिनमें तेज दिल की धड़कन बहुत पसीना आना, कांपना और सांस लेने में तकलीफ होना उदासी या विनाश की भावना और नियंत्रण खोने का डर आदि शामिल हैं।
अक्सर एंग्जायटी अटैक आने पर व्यक्ति के विचार तर्कहीन और नकारात्मक हो जाते हैं। इस स्थिति में ऐसे विचार आपको और अधिक ट्रिगर कर सकते हैं। ऐसे में इन हालातों से निपटने के लिए अपना ध्यान भटकाने का प्रयास करें। अपना ध्यान सकारात्मक चीजों पर लगाएं या ऐसे कार्य करें जिनसे आपको खुशी मिले।
किसी भी स्थिति में खुद के लिए मदद या समर्थन मांगने में कभी पीछे न हटें। एंग्जायटी अटैक पड़ने पर किसी ऐसे व्यक्ति से मदद लेना जरूरी है, जिस पर आप भरोसा करते हैं। किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से बात करें, जो आश्वासन और मार्गदर्शन प्रदान कर सके।