नई दिल्ली: सर्दियों की धूप सेहत के लिए जबरदस्त(Sunbathing in Winter) फायदेमंद होता है। पहले समय में घंटों धूप में बैठकर बातें करना, काम करना या नींद लेना ये सब तो काफी आम बात थी। लेकिन आजकल बिजी शेड्यूल की वजह से धूप में बैठना यानी धूप सेंकने के लिए समय ही नहीं मिल पाता […]
नई दिल्ली: सर्दियों की धूप सेहत के लिए जबरदस्त(Sunbathing in Winter) फायदेमंद होता है। पहले समय में घंटों धूप में बैठकर बातें करना, काम करना या नींद लेना ये सब तो काफी आम बात थी। लेकिन आजकल बिजी शेड्यूल की वजह से धूप में बैठना यानी धूप सेंकने के लिए समय ही नहीं मिल पाता है, जो काफी खतरनाक हो सकता है। क्योंकि ठंड में धूप में बैठने से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से लाभ मिलते हैं। चलिए अब जानते हैं ठंड की धूप में बैठने से क्या-क्या फायदे होते हैं?
अच्छी नींद आती है
बता दें कि सर्दियों में धूप सेंकने से नींद अच्छी होती है इससे सर्कैडियन लय सुधरती है और नींद अच्छी आती है। दरअसल, सूरज की रोशनी से मेलाटोनिन कंट्रोल होता है, जो नींद को बेहतर(Sunbathing in Winter) बनाने का काम करता है।
सर्दियों में धूप में बैठने से अंदर से खुशी मिलती है। धूप की वजह से शरीर में हैप्पी हार्मोन सेरोटोनिन का लेवल बढ़ता है। इससे मानसिक संतोष मिलता है। यह हार्मोन डिप्रेशन को कम कर आपको खुश रखता है। सर्दियों में धूप सेंकने से फोकस बढ़ता है और याददाश्त अच्छी होती है।
विटामिन डी की कमी पूरी होती है
विटामिन डी शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है। बता दें कि इसकी कमी से शरीर में कई परेशानियां शुरू हो जाती है। यह शरीर में एनर्जी का लेवल बनाने का काम करता है। विटामिन डी से इम्यूनिटी बढ़ती है और हड्डियां मजबूत होती हैं। विटामिन डी ऑस्टियोपोरोसिस के विकास के रिस्क को भी कम करता है। सर्दियों में धूप सेंकने से डायबिटीज, हार्ट डिजीज और कुछ तरह के कैंसर का खतरा कम होता है। इससे शरीर को कई और फायदे होते हैं।
एनर्जी बढ़ाए
ठंड में आलस बढ़ जाता है। ऐसे में धूप में बैठने से शरीर को एनर्जी मिलती है। धूप सेरोटोनिन के उत्पादन बढ़ाकर उसे उत्तेजित करता है, जिससे ब्रेन के सेल्स तक सही तरह संदेश पहुंच पाता है। धूप सेंकने से नींद, तनाव की समस्या, सिजोफ्रेनिया, फोबिया जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं।
सर्दी की धूप इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है। मजबूत इम्यूनिटी कई बीमारियों से शरीर को बचाता है। धूप से शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ता है। इससे संक्रमण से बचने में मदद मिलती है और इसके साथ ही धूप की कमी से होने वाले सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर भी कम होते हैं।
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