लखनऊ. पेरिस हमले पर अपने बयान के चलते विवादों में घिरे यूपी सरकार में मंत्री आजम खान ने सफाई दी है. आजम ने सफाई पेश करते हुए कहा है कि मीडिया ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है. सोमवार को यूपी के संभल में आजम खान ने कहा कि उन्होंने इस तरह के शब्दों का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया और ये सब टीवी चैनलों की देन है जो टीआरपी के लिए कर रहे हैं. उधर आज़म के बयान पर फ़्रांस के राजदूत फ़्रांस्वा रीशिए ने भी दुःख ज़ाहिर किया है.
फ्रांस के राजदूत ने बयान को बताया दुखद
पेरिस में हुए हमलों को ‘एक्शन का रिएक्शन’ बताने वाले उत्तर प्रदेश के मंत्री आज़म ख़ान के बयान पर भारत में फ़्रांस के राजदूत फ़्रांस्वा रीशिए ने दुख जताया है. पत्रकारों से बातचीत में रीशिए ने कहा कि आज़म ख़ान का बयान दुखद है. उन्होंने कहा कि सीरिया के संकट का राजनीतिक हल निकालने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है.
सभी पार्टियों ने की थी आलोचना
आजम खान के बयान की बीजेपी, कांग्रेस समेत कई दलों के नेताओं ने आलोचना की थी. बीजेपी नेता शहनवाज हुसैन ने कहा कि आजम खान इस तरह की भाषा बोलने के आदी हो गए हैं. उन्होंने कहा कि आजम और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयानों से देश के मुसलमानों का नुकसान होता है. कांग्रेस ने भी आजम खान के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें सपा सरकार से बर्खास्त किया जाना चाहिए.
क्या कहा था आज़म ने
पेरिस में शुक्रवार को हुए चरमपंथी हमलों में लगभग 130 लोग मारे गए थे. इन हमलों के बाद फ़्रांस ने इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ़ हमले तेज़ किए हैं. पेरिस के हमलों पर टिप्पणी करते हुए आज़म ख़ान ने कहा था, ‘ये रिएक्शन है, सुपरपॉवर को इस बारे में सोचना चाहिए कि ये कहां का रिएक्शन है.’ दुनिया के ताक़तवर देशों को नसीहत देते हुए ख़ान ने कहा था, “उस रिएक्शन में जो एक्शन हुआ था वो होना चाहिए था नहीं होना चाहिए था, ये सुपरपॉवर्स को सोचना चाहिए. अगर वो लोग नहीं सोचेंगे तो हालात बनने के बजाए और बिगड़ने का अंदेशा है.”