नई दिल्ली। अगर आप यूपीआई ऐप्स के यूजर हैं तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। दरअसल, नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा सभी यूपीआई ऐप्स जैसे कि Gpay, Paytm, Phonepe और BharatPe के इनएक्टिव UPI अकाउंट्स को बंद करने का आदेश दिया गया है। जिसके बाद ऐसे लोगों के UPI अकाउंट्स […]
नई दिल्ली। अगर आप यूपीआई ऐप्स के यूजर हैं तो आपके लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। दरअसल, नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा सभी यूपीआई ऐप्स जैसे कि Gpay, Paytm, Phonepe और BharatPe के इनएक्टिव UPI अकाउंट्स को बंद करने का आदेश दिया गया है। जिसके बाद ऐसे लोगों के UPI अकाउंट्स बंद कर दिए जाएंगे जिन्होंने पिछले एक साल से अपनी UPI आईडी का इस्तेमाल नहीं किया है। इसके लिए सभी कंपनियां 31 दिसंबर के बाद से एक्टिव हो जाएंगी।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियां डीएक्टिवेटेड सिमकार्ड को 90 दिन बाद दूसरे यूजर को जारी कर सकती हैं। इसका मतलब है कि अगर कोई व्यक्ति एक नंबर को 90 दिन तक यूज नहीं करता तो ये वो नंबर किसी दूसरे व्यक्ति को मिल जाएगा। ऐसे में दिक्कत तब आती है जब वही नंबर बैंक के साथ भी जुड़ा हो और यूजर ने अपना नया नंबर बैंक अकाउंट के साथ अपडेट न किया हो। जिस व्यक्ति को वो नंबर मिलेगा वो उसकी मदद से UPI ऐप्स को एक्टिवेट कर सकता है। इसी परेशानी से बचने के लिए NPCI ने UPI ऐप्स के पिछले एक साल से इनएक्टिव पड़े सभी अकाउंट्स को बंद करने का आदेश दिया है।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया का सर्कुलर टीपीएपी और पीएसपी बैंकों को उन ग्राहकों की यूपीआई आईडी, यूपीआई नंबर और फोन नंबर की पहचान करने का निर्देश देता है, जिन्होंने यूपीआई ऐप के माध्यम से पिछले एक साल से UPI आईडी का इस्तेमाल नहीं किया है। NPCI ने ऐसे ग्राहकों की यूपीआई आईडी और यूपीआई नंबर को इनवर्ड क्रेडिट लेनदेन से रोकने और यूपीआई मैपर से अपंजीकृत करने के लिए कहा है। जिसे दोबारा शुरू करने के लिए ग्राहक को अपने UPI ऐप से फिर से रजिस्टर कर UPI आईडी को लिंक कराना पड़ेगा।