नई दिल्लीः बीते दिनों दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की मीटिंग में प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं को संकेत मिला है कि आचार संहिता लागू होने से पहले उम्मीदवारों की सूची घोषित की जाएगी। इसमें यूपी के प्रमुख जनपदों में दिग्गज चेहरों के नाम भी घोषित किए जाएंगे। वहीं पिछड़े और दलित समीकरण […]
नई दिल्लीः बीते दिनों दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की मीटिंग में प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं को संकेत मिला है कि आचार संहिता लागू होने से पहले उम्मीदवारों की सूची घोषित की जाएगी। इसमें यूपी के प्रमुख जनपदों में दिग्गज चेहरों के नाम भी घोषित किए जाएंगे। वहीं पिछड़े और दलित समीकरण साधने के लिए दोनों वर्गों के बड़े चेहरों को भी टिकट दिया जा सकता है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने सभी जिलाध्यक्षों को 30 जनवरी तक प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय खुला रखने को कहा है। चुनाव कार्यालय के लिए स्थान चयन, कार्यालय की व्यवस्था, चुनाव कार्यालय प्रभारी की तैनाती सहित अन्य काम किए जाएंगे। ताकि प्रत्याशी घोषित होने के बाद जमीनी तैयारियों में ज्यादा समय बर्बाद नहीं हो।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने विधानसभा क्षेत्र विस्तारकों को क्षेत्र में चुनाव कार्य के दौरान केवल चुनाव कार्य में अपना समय दें। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में गुरुवार यानी 28 दिसंबर को लोकसभा चुनाव के लिए नियुक्त विधानसभा विस्तारकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि विस्तारकों को बूथ से लेकर मंडल तक चुनाव प्रचार और प्रबंधन का काम करना है। बूथ समितियों का गठन, पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति और प्रशिक्षण पर भी नजर बनाए रखनी है।
भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश में राष्ट्रवाद की बयार बहेगी, भाजपा के पक्ष में माहौल तैयार हो जाएगा। इस माहौल का फायदा उठाने के लिए पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा करेगी ताकि उसी माहौल में प्रत्याशी अपना चुनाव प्रचार शुरू कर सके।