नई दिल्लीः महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के मालिक में से एक सौरभ चंद्राकर को दुबई में उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है। इसके बाद ईडी सहित भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और चंद्राकर को पकड़ने के लिए राजनयिक चैनलों के माध्यम से कोशिश की जा रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार […]
नई दिल्लीः महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के मालिक में से एक सौरभ चंद्राकर को दुबई में उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है। इसके बाद ईडी सहित भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और चंद्राकर को पकड़ने के लिए राजनयिक चैनलों के माध्यम से कोशिश की जा रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह सूचना दी है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय करोड़ों रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जल्द ही एक नया आरोप पत्र भी दाखिल कर सकती है।
बता दें कि सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल के खिलाफ ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर चुकी थी। रवि उप्पल के दुबई में स्थानीय अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ हफ्ते बाद यह मामला सामने आया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय एजेंसियां राजनयिक चैनलों के माध्यम से दोनों को वापस लाने के लिए काम कर रही हैं। दोनों का वापस लाना पैसा को लेकर हेराफेरी और महादेव बुक ऑनलाइन ऐप की कथित अवैध गतिविधियों की पुलिस जांच के लिए जरूरी है। जिनके छत्तीसगढ़ और अन्य जगहों पर राजनीतिक पकड़ भी हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी द्वारा इस मामले में नवंबर में छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किए गए दो लोगों कथित तौर पर कैश पहुंचाने वाले असीम दास और पुलिस कांस्टेबल भीम यादव के खिलाफ एक नई चार्जशीट दाखिल कर सकती है। ईडी ने रायपुर में धन शोधन निवारण अधिनियम की विशेष अदालत के समक्ष दायर अपनी पहली चार्जशीट में चंद्राकर और उप्पल के साथ अन्य कुछ लोगों को भी नामित किया था।