नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का विरोध जारी है. डब्ल्यूएफआई के सस्पेंड होने के बाद अब विनेश फोगाट (Vinesh Phogat Returns Award) ने अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया है. इसी के साथ उन्होंने पीएम मोदी को एक […]
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का विरोध जारी है. डब्ल्यूएफआई के सस्पेंड होने के बाद अब विनेश फोगाट (Vinesh Phogat Returns Award) ने अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया है. इसी के साथ उन्होंने पीएम मोदी को एक चिट्ठी भी लिखी है. फोगाट ने इस चिट्ठी में लिखा है कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड लौटा रही हूं.
महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat Returns Award) ने पीएम को पत्र में लिखा है कि साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है. उन्होंने लिखा है कि भारत के लिए ओलंपिक पदक मेडल जीतने वाले खिलाड़ी यह सब करने के लिए क्यों मजबूर हैं, आपको भी पता होगा. फोगाट ने सरकार से सवाल किया कि क्या हम महिला खिलाड़ी सरकार के विज्ञापनों पर छपने के लिए ही बनी हैं. आगे उन्होंने लिखा कि मेरा ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना धुंधला पड़ता जा रहा है. उन्होंने पीएम मोदी से गुजारिश की कि वो समय निकालकर बृजभूषण शरण सिंह के द्वारा मीडिया में दिए जा रहे बयानों को सुनें.
इसके पहले 22 दिसंबर को पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia Returns Padma Award) ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटा दिया. उन्होंने पीएम के आवास के बाहर फुटपाथ पर अपना पद्मश्री पुरस्कार रख दिया. बजरंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर इसका ऐलान कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा. इसके पहले महिला पहलवान साक्षी मलिक ने संन्यास का ऐलान कर दिया था. इनके साथ ही हाल ही में गूंगा पहलवान कहे जाने वाले वीरेंद्र सिंह (Virender Singh Returns Padma Award) ने भी अपना पदमश्री वापस लौटाने का फैसला लिया था.
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