नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार यानी 26 दिसंबर को आईएनएस ईम्फाल के कमीशनिंग के मौके पर विशाखापतनम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय मर्चेंट नेवी जहाजों पर हमला करने वाले को समुंद्र की गहराई से ढूंढेगा और उनके खिलाफ सख्त रवैया अपनाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत एमवी प्लूटो […]
नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार यानी 26 दिसंबर को आईएनएस ईम्फाल के कमीशनिंग के मौके पर विशाखापतनम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय मर्चेंट नेवी जहाजों पर हमला करने वाले को समुंद्र की गहराई से ढूंढेगा और उनके खिलाफ सख्त रवैया अपनाएगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत एमवी प्लूटो और एमवी साईबाबा पर हाल में हुए हमलों का गंभीरता से संज्ञान लिया है और वह इन हमलावरों को समुद्र की गहराई से निकालेंगे और कार्रवाई करेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों के बाद भारत सरकार सख्त हो गई है। साथ ही समुंद्र में मुस्तैदी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत एमवी प्लूटो और एमवी साईबाबा पर हाल में हुए हमलों को गंभीरता से संज्ञान में लिया है और वह इन हमलावरों को समुद्र की गहराई से निकालेंगे और कार्रवाई करेंगे।
बता दें कि भारतीय चालक दल के 25 सदस्यों के साथ गैबॉन के ध्वज वाले वाणिज्यिक कच्चे तेल के टैंकर पर कथित तौर पर दक्षिणी लाल सागर में ड्रोन हमला हुआ था। भारतीय अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि वाणिज्यिक तेल टैंकर भारतीय झंडा वाला जहाज नहीं था। इस बीच, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने बताया था कि वाणिज्यिक जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों से निपटने के लिए चार विध्वंसक जहाज तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पी-8आई विमान, डोर्नियर्स, सी गार्डियन, हेलीकॉप्टर और तटरक्षक जहाज – सभी को समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों के खतरों का मुकाबला करने के लिए संयुक्त रूप से तैनात कर दिया गया है।
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