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Pongal 2024: 2024 में पोंगल कब, जानें दिन और महत्व

नई दिल्लीः मकर संक्रांति(Pongal 2024) को भारत के अलग-अलग राज्यों में विभिन्न त्योहार और परंपराएं निभाई जाती है। बता दें कि मकर संक्रांति के दिन दक्षिण भारत में पोंगल का पर्व मनाया जाता है। पोंगल का त्योहार सूर्य देव को समर्पित है। यह त्योहार चार दिन तक चलता है। 2024 पोंगल डेट साल 2024 में […]

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Pongal 2024: 2024 में पोंगल कब, जानें दिन और महत्व
  • December 26, 2023 5:12 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्लीः मकर संक्रांति(Pongal 2024) को भारत के अलग-अलग राज्यों में विभिन्न त्योहार और परंपराएं निभाई जाती है। बता दें कि मकर संक्रांति के दिन दक्षिण भारत में पोंगल का पर्व मनाया जाता है। पोंगल का त्योहार सूर्य देव को समर्पित है। यह त्योहार चार दिन तक चलता है।

2024 पोंगल डेट

साल 2024 में पोंगल 15 जनवरी को मनाया जाएगा। बता दें कि दक्षिण भारत के कई राज्यों में पोंगल का त्योहार 4 दिन तक मनाया जाता है। पोंगल का दूसरा दिन यानी थाई पोंगल बहुत महत्वपूर्ण होता है, इसको पोंगल कहते हैं।

पोंगल का महत्व

पोंगल पर्व के समय लोग भगवान(Pongal 2024) सूर्यदेव की पूजा कर कृषि की अच्छी पैदावार और उपज के लिए धन्यवाद करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तमिल नववर्ष का आरंभ भी होता है। पोंगल पर पहले दिन भोगी अच्छे वर्षा के लिए इंद्रदेव का आभार प्रकट करते हैं।

वहीं दूसरे दिन सूर्य देव, तीसरे दिन पशुओं की पूजा की जाती है। पोंगल के आखिरी दिन घर को फूलों से सजाया जाता है और सुख-समृद्धि की कामना कर प्रकाश, अच्छी फसल और सुखदायी जीवन के लिए प्रकृति, पशु, सूर्य, देव सभी के के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पर्व है।

ऐसे मनाया जाता है पोंगल

बता दें कि पोंगल पर्व के 4 दिन तक अलग-अलग परंपरा निभाई जाती है। पहले दिन जहां लोग घरों की सफाई कर कबाड़ बाहर निकालते हैं। वहीं दूसरे दिन लोग थोई पोंगल पर सूर्य देव को अर्घ्‍य देते हैं। इस दिन सूर्य देव को नए धान के चावल का भोग लगाया जाता है और साथ ही इस दिन भगवान सूर्य देव के साथ इंद्रदेव, गाय- बैलों और खेतों में काम इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों की पूजा होती है।

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