नई दिल्लीः कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से लोगों को चिंता में डाल दिया है। इस बीच कोरोना के वैरिएंट जेएन.1 के नए 63 मामलों की अब तक पुष्टि हुई है। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक सबसे अधिक 34 मामले गोवा में आए हैं। वहीं महाराष्ट्र में 9, कर्नाटक में 8, […]
नई दिल्लीः कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से लोगों को चिंता में डाल दिया है। इस बीच कोरोना के वैरिएंट जेएन.1 के नए 63 मामलों की अब तक पुष्टि हुई है। एक समाचार एजेंसी के मुताबिक सबसे अधिक 34 मामले गोवा में आए हैं। वहीं महाराष्ट्र में 9, कर्नाटक में 8, केरल में 6, तमिलनाडु में 4 और तेलंगाना में 2 मरीजों की पुष्टि हुई है.
देश भर की बात करें तो पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 628 केस आए हैं। इस दौरान केरल में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। ऐसे में कोरोना वायरस से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5 लाख 33 हजार 334 हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कोविड से 4 करोड़ 44 लाख 71 हजार 860 लोग ठीक हो चुके हैं। ऐसे में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 फीसदी है। वहीं मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है.
हाल ही में नीति आयोग (स्वास्थ्य) के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया था कि सब वैरिएंट जेएन.1 पर नजर है। इसको लेकर राज्यों को तैयार रहना है, लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ मीटिंग भी की थी। इसके बाद मंडाविया ने कहा था कि केंद्र सरकार राज्यों का सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जेएन.1 के बढ़ते मामलों को देखते हुए दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों को निगरानी तंत्र मजबूत करने का आग्रह किया है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की है। डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रिय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि कोविड-19 वायरस विश्व स्तर पर सभी देशों में फैलता, परिवर्तित और प्रसारित होता रहता है। वर्तमान साक्ष्य से पता चलता है कि जेएन.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम कम है। इसके विकास के अनुसार हमें अपनी प्रतिक्रिया तय करनी चाहिए और लगातार नजर रखनी चाहिए।