नई दिल्ली: शनिवार यानी 9 दिसंबर को सांसद दानिश अली (MP Danish Ali) को बहुजन समाज पार्टी से निकाल दिया गया। अब दानिश ने इसपर अपनी पहली प्रतिक्रया दी है। उन्होंने पार्टी के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बता दें कि पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर के पीछे पार्टी विरोधी कार्यक्रम में शामिल होना बताया […]
नई दिल्ली: शनिवार यानी 9 दिसंबर को सांसद दानिश अली (MP Danish Ali) को बहुजन समाज पार्टी से निकाल दिया गया। अब दानिश ने इसपर अपनी पहली प्रतिक्रया दी है। उन्होंने पार्टी के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बता दें कि पार्टी ने उन्हें सस्पेंड कर के पीछे पार्टी विरोधी कार्यक्रम में शामिल होना बताया है। दानिश ने इसपर कहा है कि उन्होंने किसी भी तरह का पार्टी विराधी काम नहीं किया है।
जानकारी के मुताबिक, बीएसपी से निलंबित होने पर सांसद दानिश अली (MP Danish Ali) ने कहा कि मैं बहन कुमारी मायावती जी का हमेशा मैं शुक्रगुजार रहूंगा कि उन्होंने मुझे बसपा का टिकट देकर लोकसभा का सदस्य बनने में मेरी मदद की। आगे दानिश ने कहा कि बहन जी (मायावती) ने मुझे बहुजन समाज पार्टी से लोकसभा में संसदीय दल का नेता भी बनाया और मुझे सदैव असीम स्नेह और समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का आज का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।
दानिश अली ने पार्टी से निकाले जाने की वजह को झूठा करार दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने का प्रयास किया और कभी भी किसी तरह का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की गवाह अमरोहा की जनता है।
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सांसद ने आगे कहा कि मैंने भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध किया और आगे भी करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि चंद पूंजीपतियों द्वारा जनता की संपत्तियों की लूट के खिलाफ मैं आगे भी आवाज उठाता रहूंगा क्योंकि यही सच्ची जन सेवा है। इसके बाद दानिश ने यह भी कहा कि यदि ऐसा करना जुर्म है तो मैंने जुर्म किया है। आगे दानिश कहते हैं कि वो इसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।