इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीरी अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी को एक पत्र लिखकर उनके विचारों की तारीफ की है. अपने पत्र में नवाज़ ने भरोसा दिलाया है कि पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को अभी भी 1947 में उपमहाद्वीप के बंटवारे के नियमों के तहत देखता है और अपने पक्ष पर पूरी तरह कायम है.
आसिया को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लिखा, ‘मैं आपकी भावनाओं और विचारों के लिए आपका शुक्रिया अदा करता हूं. अल्लाह मुझे आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की शक्ति दे, जो आपने मुझसे और इस्लामिक लोकतंत्र पाकिस्तान से रखी हैं. आपने कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के पक्ष पर अपना जो विश्वास कायम किया है उससे मुझे संतुष्टि मिली है.’
नवाज शरीफ ने इसके पहले आसिया की ओर से लिखे गए पत्र पर उनके विचारों से सहमति जताते हुए कहा, ‘पाकिस्तान, कश्मीर मुद्दे को किसी भौगोलिक या सीमा विवाद के रूप में नहीं देखता, बल्कि यह विवाद 1947 में अधूरे विभाजन के चलते पनपा है.’ बंटवारे के समय यह प्रस्ताव रखा गया था कि कश्मीर में रहने वाली बहुसंख्यक आबादी को अपना मुल्क खुद चुनने की आजादी होगी और यह बात पूरी दुनिया की जानकारी में है क्योंकि इस मुद्दे को कई बार संयुक्त राष्ट्र में उठाया जा चुका है.’ उन्होंने कहा कि भारत ने खुद इस बात का आश्वासन दिया था कि कश्मीर की जनता को स्वयं अपना राजनीतिक भविष्य चुनने की आजादी होगी और इस बात से पीछे हटने का मतलब यह होगा कि भारत दुनिया से किए गए अपने वादे से मुकर गया है.