नई दिल्लीः हिन्दी पट्टी के राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ के विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार यानि की आज होगी। तीनों राज्यों के चुनाव नतीजे लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की भी राजनीतिक दशा तय करेंगे। तीनों राज्यों में भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा ने मुकाबला किया है, लिहाजा चुनाव के नतीजे चारों ही प्रमुख […]
नई दिल्लीः हिन्दी पट्टी के राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ के विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार यानि की आज होगी। तीनों राज्यों के चुनाव नतीजे लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की भी राजनीतिक दशा तय करेंगे। तीनों राज्यों में भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा ने मुकाबला किया है, लिहाजा चुनाव के नतीजे चारों ही प्रमुख दलों पर असर डालते नजर आएंगे।
माना जा रहा है की पांच राज्यों के विधाानसभा चुनाव परिणाम के साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल बज जाएगा। जैसा की एग्जिट पोल बता रहे यदि भाजपा राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने और मध्यप्रदेश में सरकार बचाने में कामियाब रही तो यूपी में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं का हौंसला बुलंद होगा।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने बताया है कि तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि तीनों राज्यों के चुनाव परिणाम लोकसभा चुनाव पर असर नहीं दिखाएंगे। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे और नेतृत्व पर मतदान करेगी। उन्होंने आगे कहा कि 2018 विधानसभा चुनाव में भी इन दिनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी, राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत हुई थी।
तीनों राज्यों के चुनाव में यूपी भाजपा नेताओं के राजनीतिक कौशल की भी परीक्षा होगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जेपीएस राठौर, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु, राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत बाजपेयी, प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, एमएलसी महेंद्र सिंह, प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी सहित अन्य नेता चुनाव प्रचार कार्यक्रम में जुटे थे।
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में यदि विधाानसभा भाजपा के किस्मत में आती है तो इससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राष्ट्रीय राजनीति में कद और भी उचा हो जाएगा। साथ ही उनकी लोकप्रियता भी पहले से ज्यादा बढ़ जाएगी। राजस्थान में 200 में से 182 विधानसभा क्षेत्रों में योगी की सभा, रैली और रोड शो की मांग हुई थी।
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