नई दिल्ली: कभी-कभी कुछ रिश्तों की कहानियां लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं। आपने ऐसे कई अजीबो-गरीब (Azeeb Story) मामले सुने होंगे, जब कोई महिला अपने सौतेले बेटे से शादी कर लेती है तो किसी को अपनी सौतेली मां से प्यार हो जाता है, लेकिन आजकल रिश्तों से जुड़ा एक ऐसा मामला सुर्खियों […]
नई दिल्ली: कभी-कभी कुछ रिश्तों की कहानियां लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं। आपने ऐसे कई अजीबो-गरीब (Azeeb Story) मामले सुने होंगे, जब कोई महिला अपने सौतेले बेटे से शादी कर लेती है तो किसी को अपनी सौतेली मां से प्यार हो जाता है, लेकिन आजकल रिश्तों से जुड़ा एक ऐसा मामला सुर्खियों में है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है। दरअसल, एक महिला का कहना है कि उसे समझ नहीं आ रहा है कि वह अपनी 30 साल की बेटी को कैसे बताए कि जो उसका भाई है वह असल में उसका ‘पिता’ है। इस गुमनाम मां ने ‘द अटलांटिक’ नाम की वेबसाइट की सीरीज ‘डियर थेरेपिस्ट’ में अपनी अविश्वसनीय कहानी बताई है।
महिला ने अपनी कहानी (Azeeb Story) बताते हुए लिखा है, ‘जब मैंने अपने पति से शादी की तो उनके पहले से ही दो बच्चे थे जो युवा थे, लेकिन मैं अभी तक किसी भी बच्चे की मां नहीं बनी थी. हम दोनों एक बच्चा चाहते थे, लेकिन मेरे पति ने हमारे दूसरे बच्चे के जन्म के बाद नसबंदी करवा ली थी। ऐसे में समस्या खड़ी हो गई कि बच्चा कैसे पैदा किया जाए। चूंकि वह स्पर्म बैंक का उपयोग भी नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने एक उपाय सोचा। महिला ने स्पर्म बैंक से किसी अनजान व्यक्ति के स्पर्म का इस्तेमाल करने के बजाय अपने सौतेले बेटे को स्पर्म डोनर बनने के लिए कहा.
लैडबाइबल नाम की वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने कहा, ‘हमें लगा कि ये सबसे अच्छा फैसला था. हमारे बच्चे में मेरे पति के जीन होंगे और हम मेरे सौतेले बेटे के स्वास्थ्य, व्यक्तित्व और बुद्धिमत्ता को जानते थे। वह भी मदद के लिए तैयार हो गये. उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी बेटी अब 30 साल की हो गई है. समझ नहीं आ रहा उसे कैसे बताएं कि उसका ‘पिता’ उसका दादा है, उसका ‘भाई’ उसका पिता है, उसकी ‘बहन’ उसकी बुआ है, और उसका ‘भतीजा’ उसका सौतेला भाई है? मैं और मेरे पति उसे बताने को लेकर चिंतित और भ्रमित हैं। यह मेरे पति के लिए भी कठिन है, क्योंकि वह चाहते हैं कि हमारी बेटी को पता चले कि वह हमेशा उसके पिता रहेंगे।
दंपत्ति ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे में मनोचिकित्सक से बात की तो उन्होंने कहा, ‘ध्यान रखें कि आपकी बेटी को एक साथ दो वास्तविकताओं का सामना करना पड़ेगा। सबसे पहले, जिस आदमी को वह अपना भाई कहती है, वह उसका जैविक पिता है और दूसरे, जिन लोगों को वह अपने माता-पिता मानती है, उन्होंने उसे 30 साल तक धोखा दिया है। यह उसके जीवन को पूरी तरह से बदलने वाला क्षण होगा। मनोचिकित्सक ने महिला को सलाह दी कि यह सच अगर उसकी बेटी को न बताया जाए तो सबके लिए बेहतर होगा.
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