Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Nitish kumar: नीतीश कुमार के बयान पर कांग्रेस के कान खड़े हुए, खरगे ने मिलाया फोन

Nitish kumar: नीतीश कुमार के बयान पर कांग्रेस के कान खड़े हुए, खरगे ने मिलाया फोन

नई दिल्लीः बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज यानी 4 नवंबर को उनसे फोन पर बातचीत की। नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि इंडिया गठबंधन में फिलहाल कांग्रेस पार्टी पांच राज्यों में होने वाले […]

Advertisement
Nitish kumar: नीतीश कुमार के बयान पर कांग्रेस के कान खड़े हुए, खरगे ने मिलाया फोन
  • November 4, 2023 7:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्लीः बिहार के सीएम नीतीश कुमार की ओर से कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को लेकर दिए गए बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज यानी 4 नवंबर को उनसे फोन पर बातचीत की। नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि इंडिया गठबंधन में फिलहाल कांग्रेस पार्टी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में व्यस्त है और गठबंधन की तरफ अभी उनका ध्यान नहीं है। वहीं फोन पर खरगे ने नीतीश कुमार को भरोसा दिया है कि पांच राज्यों में चुनाव प्रचार खत्म करने के बाद इंडिया गठबंधन में तय एजेंडा के अनुसार सब प्राथमिकता से किया जाएगा।

जेडीयू और गठबंधन आरजेडी का हिस्सा

शुक्रवार शाम को नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी याद की एक मिटिंग हुई थी। मिटिंग के दौरान लालू प्रसाद और उनके बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार से उनके घर पहुंचकर मुलाकात की थी। लालू और तेजस्वी सीएम नीतीश कुमार के आवास पर लगभग आधे घंटे तक रहे थे। इस दौरान बैठक में क्या चर्चा हुई इस पर कोई आधिकारीक बयान नहीं आया है।

कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की चिंता नहीं

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ की सक्रियता कम होने के लिए इसके प्रमुख घटक दल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए गुरुवार को कहा था कि देश के सबसे पुराने दल की फिलहाल पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में दिलचस्पी है। उन्हें विपक्षी मोर्चे को आगे बढ़ाने की चिंता नहीं है।

भाकपा ने भी खड़े किए थे सवाल

वहीं भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने भी कहा था कि कांग्रेस को कनिष्ठ सहयोगियों के प्रति अधिक उदार होने की जरूरत है। वहीं तेजस्वी ने कांग्रेस के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा था, लेकिन उम्मीद जताई थी कि अगले महीने की शुरुआत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद विपक्षी गठबंधन में नई तेजी आएगी।

Advertisement