Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • Isreal: जबालिया शरणार्थी कैंप को जानिए, जहां पर इजरायल ने किया हवाई हमला

Isreal: जबालिया शरणार्थी कैंप को जानिए, जहां पर इजरायल ने किया हवाई हमला

नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध को लगातार 26वें दिन भी जारी है। अब इजरायल ने हवाई हमले में गाजा पट्टी में सबसे बड़े शरणार्थी कैंप जबालिया को तहत- नहस कर दिया है। इस हमले में कम से कम 100 लोगों के मारे जाने की आशंका है। साथ ही इजरायल ने दावा किया […]

Advertisement
Isreal: जबालिया शरणार्थी कैंप को जानिए, जहां पर इजरायल ने किया हवाई हमला
  • November 1, 2023 3:19 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध को लगातार 26वें दिन भी जारी है। अब इजरायल ने हवाई हमले में गाजा पट्टी में सबसे बड़े शरणार्थी कैंप जबालिया को तहत- नहस कर दिया है। इस हमले में कम से कम 100 लोगों के मारे जाने की आशंका है। साथ ही इजरायल ने दावा किया की हमले में हमास का कमांडर भी मारा गया जो कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमले में शामिल था। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के द्वारा हमले किए जाने के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में जंग छेड़ दी थी।

जबालिया शरणार्थी कैंप को जानिए

फिलिस्तीनी अधिकारियों के मुताबिक गाजा पट्टी के उत्तरी हिस्से में बने जबालिया शरणार्णथी कैंप पर की गई इजरायल के द्वारा बमबारी में 150 से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचा है। यह गाजा पट्टी का सबसे बड़ा शरणार्थी कैंप है और अब तक इस युद्ध के बीच सुरक्षित माना जा रहा था। वहीं हमास को खत्म करने की प्रतिज्ञा ले चुका इजरायल ने कहा कि जबालिया कैंप पर किए गए हमले में 47 लोग मारे गए है। मारे जाने में इब्राहीम बियारी नामक हमास का शीर्ष कमांडर भी शामिल था।

हमारा कोई कमांडर जबालिया कैंप में नहीं – हमास

मंगलवार रात को जबालिया कैंप पर किए गए इजरायली हवाई हमले को लेकर इजरायली फौज ने कहा कि उनके लड़ाकू विमानों ने एक टनल कॉम्पलेक्स पर हमला किया था। जिसमें हमास के बहुत से ऑपरेटिव मारे गए, जिनमें इब्राहीम बियारी भी शामिल था। दूसरी ओर हमास ने कैंप में अपने किसी भी कमांडर की मौजूदगी से साफ इनकार किया है।

इजरायली फैज के प्रवक्ता ने कहा कि इब्राहीम बियारी ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को किए गए हमास के हमले की साजिश रचने और उसे अंजाम देने में अहम किरदार अदा किया था। हमास के इस हमले में 1400 लोग मारे गए थे। जिसमें ज्यादातर आम नागरिक थे।

Advertisement