नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध 23वें दिन भी जारी है। इस बीच, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को अपने एक बयान को लेकर अपने सहयोगियों और विपक्ष की तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। नेतन्याहू ने सात अक्टूबर को हमास के घातक हमले को रोकने में विफलता के लिए देश […]
नई दिल्लीः इजरायल और हमास के बीच युद्ध 23वें दिन भी जारी है। इस बीच, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को अपने एक बयान को लेकर अपने सहयोगियों और विपक्ष की तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। नेतन्याहू ने सात अक्टूबर को हमास के घातक हमले को रोकने में विफलता के लिए देश की सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराया था। हालांकि, रविवार यानी 29 अक्टूबर को उन्होंने अपने बयान को लेकर माफी मांगी है।
पीएम नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से उस मूल बयान को हटा दिया और एक नए पोस्ट में कहा, मैं गलत था। प्रेस वार्ता के बाद मैंने जो बातें कहीं, उन्हें नहीं कहा जाना चाहिए था और इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मैं सुरक्षा एजेंसियों का पूरजोर समर्थन करता हूं। उन्होंने आगे कहा, मैं सुरक्षा सेवाओं के सभी प्रमुखों को अपना पूरा समर्थन देता हूं। मैं आईडीएफ के चीफ ऑफ स्टाफ, कमांडरों और सैनिकों को समर्थन दे रहा हूं, जो फ्रंटलाइन पर हैं और हमारे घरों की सुरक्षा के लिए युद्ध कर रहे हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री ने शनिवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि उन्हें किसी भी स्तर पर हमास के युद्ध के इरादों के बारे में कोई चेतावनी नहीं मिली थी। उन्होंने कहा था कि सैन्य खुफिया प्रमुख और शिन बेट घरेलू खुफिया एजेंसी के प्रमुख सहित सभी सुरक्षा सेवाओं की ने कहा था कि हमास विचलित है और एक समझौते पर आना चाहता है। वहीं उनकी इस टिप्पणी की तीखी आलोचना हुई, जिसके बाद इसे एक्स से हटा दिया गया।
गाजा में 8000 से ज्यादा लोग मारे गए
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में हमास ने इजरायल के दक्षिण में कई इलाकों में घुसपैठ करते हुए हमलों को अंजाम दिया था। जिसमें पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे। वहीं 1400 से अधिक इस्राइली नागरिक मारे गए। हमास के आतंकियों ने करीब 230 इजरालीयों को बंधक बना लिया था। इस बीच, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इजरायल के जवाबी हमलों में तटीय पट्टी में 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।