नई दिल्लीः देश में इन दिनों नेताओं का इंटरव्यू लेने का ट्रेंड चल चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कशमीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का साक्षात्कार लिया है। साक्षात्कार का वीडियो राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर डाला है। इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने सरकार से अनुच्छेद 370, […]
नई दिल्लीः देश में इन दिनों नेताओं का इंटरव्यू लेने का ट्रेंड चल चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कशमीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का साक्षात्कार लिया है। साक्षात्कार का वीडियो राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर डाला है। इंटरव्यू में सत्यपाल मलिक ने सरकार से अनुच्छेद 370, जातिगत जनगणना, मणिपुर हिंसा समेत कई मुद्दों पर सवाल किये। बातचीत के दौरान मलिक ने कहा कि हम लिखकर देते है कि मोदी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आएगी।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि जम्मू कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनच्छेद 370 को खत्म कर केंद्र सरकार ने राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाया था। इन्हें डर था कि कहीं राज्य की पुलिस विद्रोह न कर दे। मलिक ने कहा कि कश्मीर पुलिस ने हमेशा केंद्र सरकार का साथ दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि वहां के लोगों को जबरदस्ती या सेना से ठीक नहीं कर सकते।
पुलवामा हमले को लेकर सत्यपाल मलिक ने अपनी बात ऱखी। उन्होंने कहा कि हमले को लेकर मैं ये तो नहीं कहूंगा कि इन्होंने कराया लेकिन मैं ये जरुर कहूंगा कि इसे नजरअंदाज किया गया। इस हमले का राजनीतिक इस्तेमाल किया गया। आगे उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को श्रीनगर जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जिस दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वहां आए थे, उस दिन मैं वहां था और हमने श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने कहा कि मेरे पास एनएसए अजीत डोभाल का फोन आया था और उन्होंने कहा था कि आपको हमले को लेकर कुछ नहीं बोलना है।
इंटरव्यू के दौरान आगे उन्होंने कहा कि भारत में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। एक गांधीवाद और दूसरा आरएसएस की। एक अहिंसा और भाईचारे की विचारधारा है। वहीं दूसरी नफरत और हिंसा की विचारधारा है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अपने लोगों में महात्मा गांधी और कांग्रेस का दृष्टिकोण प्रसारित होना चाहिए। मलिक ने कहा कि एक अच्छी बात यह है कि लोगों ने टीवी देखना बंद कर दिया है। हमारे पास सोशल मीडिया है लेकिन ये लोग उस पर भी लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी चीज को इवेंट बना देती है। फिर अपने पक्ष में लाभ उठाती है। सरकार ने महिला आरक्षण पर भी यही किया है। उन्होंने कहा कि इस बिल से महिला को कुछ मिलना नहीं है। सिर्फ इस तरह से दिखाया कि न जाने कितना बड़ा काम कर दिया है। उन्होंने कहा कि नई इमारत की कोई जरुरत नहीं थी लेकिन सरकार को अपना फोटो लगवाना था इसलिए बनवाया। वो पुरानी संसद भवन अभी भी कई साल चलती।