जयपुर: राजस्थान में दोबारा सरकार बनाने का सपना लिए कांग्रेस चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है. गांधी परिवार, पार्टी अध्यक्ष खड़गे से लेकर कांग्रेस आलाकमान के तमाम नेता लगातार राजस्थान के चुनावी दौरा कर रहे हैं. पिछले 5 सालों के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच ‘मुख्यमंत्री पद’ को लेकर […]
जयपुर: राजस्थान में दोबारा सरकार बनाने का सपना लिए कांग्रेस चुनाव प्रचार में एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है. गांधी परिवार, पार्टी अध्यक्ष खड़गे से लेकर कांग्रेस आलाकमान के तमाम नेता लगातार राजस्थान के चुनावी दौरा कर रहे हैं. पिछले 5 सालों के दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच ‘मुख्यमंत्री पद’ को लेकर बढ़ी तकरार को भी खत्म करने की कोशिशें जारी है. इन सबके बीच सीएम गहलोत ने गुरुवार को ऐसा बयान दिया, जिससे प्रदेश कांग्रेस में अंदरूनी कलह फिर से बढ़ सकती है. दरअसल, गहलोत ने कहा है कि वे तो मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ना चाहते हैं, लेकिन कुर्सी उन्हें छोड़ी नहीं रही है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सीएम की कुर्सी उन्हें छोड़ेगी भी नहीं.
अशोक गहलोत ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि विपक्ष (भाजपा) को बहुत तकलीफ है कि अब इन दोनों (गहलोत-पायलट) के बीच झगड़े क्यों नहीं हो रहे हैं? उन्होंने पत्रकारों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप पायलट साहब की बात रहे होंगे, लेकिन ऐसी बात नहीं है पार्टी में सारे फैसले बिल्कुल अच्छे से हो रहे हैं. जब हम 40 दिनों तक होटले में रुके हुए थे और मैं बाहर आया तो कहा था कि हम सब भूलकर अब जनता के लिए काम करेंगे.
सीएम गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट साहब के सभी टिकट क्लियर हो रहे हैं. मैंने उनके एक भी टिकट पर उंगली नहीं उठाई है. अब इससे बड़ी और क्या बात हो सकती है? गहलोत ने आगे कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहले मुझे ही मुख्यमंत्री बनाया था. मेरे ऊपर पार्टी हाईकमान ने इतना भरोसा किया, इसके पीछे कुछ तो वजहें होंगी. इसके साथ ही राजस्थान सीएम ने कहा कि इस वक्त देश में जो माहौल है, राहुल गांधी जी उसका सामना कर रहे हैं. हम सभी को उनके हाथ मजबूत करने चाहिए.