लखनऊ। यूपी में योगी 2.0 सरकार अपराधी और माफियाओं का सफाया कर रही है, जिसके लिए सरकार ने पहले पुलिस को एनकाउंटर की छूट देने से लेकर प्रदेश में कई अन्य प्रकार के ऑपरेशन चला कर अपराध को ख़त्म करने की कोशिश कर रही है। ऑपरेशन जिराफ, ऑपरेशन दृष्टि, ऑपरेशन मजनू, से लेकर ऑपरेशन लंगड़ा […]
लखनऊ। यूपी में योगी 2.0 सरकार अपराधी और माफियाओं का सफाया कर रही है, जिसके लिए सरकार ने पहले पुलिस को एनकाउंटर की छूट देने से लेकर प्रदेश में कई अन्य प्रकार के ऑपरेशन चला कर अपराध को ख़त्म करने की कोशिश कर रही है। ऑपरेशन जिराफ, ऑपरेशन दृष्टि, ऑपरेशन मजनू, से लेकर ऑपरेशन लंगड़ा जैसे अनेकों ऐसे अभियान चला कर अपराध को ख़तम केरने का प्रयास कर रही है।
पुलिस से बचने के लिए अपराधी स्वय ही डर कर सरेंडर कर रहे हैं। बता दें कि अतीक अहमद, विकास दुवे जैसे अन्य अपराधियों की मट्टी पलीत हो चुकी है। इसके बाद बीते कुछ दिनों से राज्य में एक नया अभियान शुरू हुआ है जिसका नाम ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ है।
अपराधी को दोषी साबित करने या उसको सजा मिलने तक में बहुत लम्बा समय ना लगे, कानून की इस शिकायत का निस्तारण करने के लिए योगी सरकार ने एक नए अभियान की शुरुआत की है जिसका नाम ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ है। प्रदेश भर के 75 जिलों में होने वाले रेप, डकैती, हत्या, लूट, धर्मांतरण जैसे तमाम 20 प्रमुख अपराधों को इसमें शामिल किया गया है इस ऑपरेशन कन्विक्शन से जुड़े अपराधों की शीघ्र जाँच होकर 30 दिनों के अंदर सजा दिलाने की बात कही गयी है। इस ऑपरेशन कन्विक्शन पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार का कहना है पुलिस अपराधियों को 30 दिनों के भीतर चार्ज फ्रेम करके सजा दिलाने के लिए तैयार है।