पटना: बिहार में बीते सोमवार को जातीय गणना के आंकड़े सामने आने के बाद संख्या के हिसाब से सत्ता में अब हिस्सेदारी की मांग उठने लगी है. वहीं बिहार में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 3 नए डिप्टी सीएम बनाने की मांग की है. कांग्रेस ने जातीय सर्वे के आंकड़ों का हवाला देते हुए […]
पटना: बिहार में बीते सोमवार को जातीय गणना के आंकड़े सामने आने के बाद संख्या के हिसाब से सत्ता में अब हिस्सेदारी की मांग उठने लगी है. वहीं बिहार में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 3 नए डिप्टी सीएम बनाने की मांग की है. कांग्रेस ने जातीय सर्वे के आंकड़ों का हवाला देते हुए अब यह मांग उठाई है. वहीं जातीय सर्वे की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए सवर्ण जातियों के आंकड़ों में हेराफेरी का आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने एक्स पर लिखा है कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी के नारे एवं परोपकार अपने घर से ही शुरू होता है की कहावत को चरितार्थ करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को अपने मंत्रिमंडल में एक-एक मुस्लिम, अतिपिछड़ा एवं अनुसूचित जाति के नेता को उपमुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
बिहार में जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी होने के बाद इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 6 अक्टूबर को बिहार में जातीय सर्वे के डाटा से जुड़े मामले की सुनवाई करेगा. बिहार सरकार द्वारा जातीय सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद इसके खिलाफ याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंचगए. अब सुप्रीम कोर्ट की ओर सबकी नजरें रहेंगी।
केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता
सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन