क्यों वसुधरा राजे को चुनावी मैदान में दरकिनार नहीं करेगी बीजेपी ? जानिए कारण

नई दिल्लीः राजस्थान मे चुनाव होने है जिसको लेकर राजनीतिक गहमा- गहमी तेज हो गई है। इधर केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में कैंप किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने कोर कमेटी की बैठक की और गुटबाजी पर नाराजगी जताई। वहीं दोनों नेताओं ने ये भी साफ कर […]

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क्यों वसुधरा राजे को चुनावी मैदान में दरकिनार नहीं करेगी बीजेपी ? जानिए कारण

Sachin Kumar

  • September 29, 2023 11:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्लीः राजस्थान मे चुनाव होने है जिसको लेकर राजनीतिक गहमा- गहमी तेज हो गई है। इधर केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयपुर में कैंप किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने कोर कमेटी की बैठक की और गुटबाजी पर नाराजगी जताई। वहीं दोनों नेताओं ने ये भी साफ कर दिया कि विधानसभा चुनाव में पार्टी सीएम पद के लिए किसी नेता का चेहरा प्रजोक्ट नहीं करेगी।

राजनीति का लंबा अनुभव

वसुंधरा राजे के पास सियासत का लंबा अनुभव है। उनकी उम्र 70 के आस- पास है। साल 1984 में भारतीय जनता युवा मोर्चा से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाली वसुंधरा 1985 में पहली बार विधानसभा सदस्य चुनी गई थी और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखी। वसुंधरा 1989 में पहली बार सांसद बनी और 2003 तक बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकारों में अलग-अलग मंत्रालयों के पदभार भी संभाले। साल 2003 के विधानसभा चुनाव से वसुंधरा राजस्थान की राजनीति में वापस लौट आईं और पिछले 20 साल से प्रदेश की सियासत में ही सक्रिय हैं।

र्तमान सीएम गहलोत से बड़ा सीयासी पहचान

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के मुकाबले वसुंधरा राजे से बड़ा चेहरा हैं। वर्ष 2003 के चुनाव से राजस्थान की सत्ता इन दोनों नेताओं के इर्द-गिर्द ही घूमती रही है। वसुंधरा राजे सीएम पद के लिए बीजेपी की सबसे लोकप्रिय नेता भी हैं। अभी जुलाई महीने में ही सी वोटर का सर्वे आया था जिसमें बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए 36 फीसदी लोगों ने वसुंधरा राजे को अपनी पहली पसंद बताया था। 2018 के चुनाव में जब तमाम ओपिनियन पोल के नतीजे बीजेपी को खारिज कर रहे तब भी बीजेपी ने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी और 200 में से 73 सीटें जीती थी।

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