अयोध्या/लखनऊ: अयोध्या में 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य की समय सीमा तय हो गई है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले निर्माण कार्य के लिए 100 दिनों का लक्ष्य रखा गया है. इसे लेकर राम मंदिर भवन निर्माण समिति की शुक्रवार को बैठक हुई. जिसमें […]
अयोध्या/लखनऊ: अयोध्या में 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य की समय सीमा तय हो गई है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले निर्माण कार्य के लिए 100 दिनों का लक्ष्य रखा गया है. इसे लेकर राम मंदिर भवन निर्माण समिति की शुक्रवार को बैठक हुई. जिसमें मंदिर निर्माण के साथ ही समारोह स्थल के समतलीकरण को लेकर भी मंथन हुआ.
राम मंदिर भवन निर्माण समिति की आज भी बैठक चल रही है. नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में यह बैठक सर्किट हाउस में चल रही है. बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य और अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, अनिल मिश्र और गोपाल जी आदि शामिल हैं. वहीं, पहले दिन की बैठक में प्रसिद्ध साहित्यकार और अयोध्या राजपरिवार के सदस्य यतींद्र मिश्र भी शामिल हुए थे.
बता दें कि राम मंदिर का गर्भगृह बनकर तैयार हो गया है. राजस्थान के मकराना मार्बल से फर्श लगाए जाने के बाद अब एक साथ सभी दरवाजे लगाए जाने हैं. वहीं, मंदिर में परकोटे के मुख्य द्वार, यात्री सुविधा केंद्र और जन्मभूमि पथ को तैयार करने के लिए नवंबतर तक की समय सीमा तय की गई है. आज चल रही बैठक में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों पर मंथन किया जा रहा है.