नई दिल्ली: लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल पास हो गया। इससे पहले सदन में बिल को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली, दोनों पक्षों ने अपना-अपना पक्ष रखा। इस दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महिला आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मुलायम […]
नई दिल्ली: लोकसभा में बुधवार को महिला आरक्षण बिल पास हो गया। इससे पहले सदन में बिल को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली, दोनों पक्षों ने अपना-अपना पक्ष रखा। इस दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महिला आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव को लेकर टिप्पणी की, जिसे सुनकर सपा सांसद डिंपल यादव भड़क उठीं और उन्होंने निशिकांत दूबे को दोबारा मुलायम सिंह का जिक्र नहीं करने की नसीहत दे डाली।
दरअसल, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महिला आरक्षण को लेकर सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा। इस दौरान निशिकांत दूबे ने मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बिना कहा कि आप समझिए कि इनकी सोच कैसी है। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं के बारे में यह लोग कैसा सोचते हैं, उन्होंने कहा कि अब नहीं रहे, इसी सदन के सदस्य थे और इनके पार्टी के बड़े नेता थे। उन्होंने आगे कहा कि वो कहते थे, कि सदन में परकटी महिलाएं आ जाएंगी, उन्होंने कहा क्या महिलाओं के लिए ऐसी बातें होनी चाहिए।
इसके बाद जब डिंपल यादव की महिला आरक्षण बिल को लेकर बोलने की बारी आई तो सबसे पहले उन्होंने पार्टी की बात रखी, इसके बाद उन्होंने निशिकांत दुबे के बयान पर पलटवार किया, उन्होंने आखिर में सभापति महोदय को संबोधित करते हुए कहा, “निशिकांत दुबे ने कहा था कि वह महिलाओं का दर्द समझते हैं तो उन्हें पिछड़े वर्ग की महिलाओं का भी दर्द भी समझना होगा। उन्होंने आगे कहा कि सर मेरा अनुरोध है कि आप माननीय सदस्य को कहिए कि वो किसी भी सदस्य का नाम जो इस सदन में मौजूद नहीं हैं वो न लें और आने वाली कार्यवाहियों में भी न लें।”
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने महिला आरक्षण को लेकर कहा कि सपा ने हमेशा मांग की है कि पिछड़ा वर्ग, और अल्पसंख्यक महिलाओं को भी इसमें शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि इसमें उन्हें आरक्षण दिया जाए। डिंपल यादव ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार को अब महिलाओं की याद आई है। उन्होंने पूछा कि जनगणना कब होगी..क्या ये सरकार जातिगत जनगणना कराएगी या नहीं। उन्होंने सवाल किया कि परिसीमन कब होगा, जिसके आधार पर ही महिलाओं को इस आरक्षण का लाभ मिल पाएगा।
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