नई दिल्ली: एक समय था जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने का विरोध किया था. राहुल ने बेहद साफ़ शब्दों में अपनी मां को प्राइम मिनिस्टर बनने से मना कर दिया था. ‘ हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड ‘ किताब में ये अनकहा विवरण दर्ज़ किया गया है. किताब […]
नई दिल्ली: एक समय था जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी मां सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने का विरोध किया था. राहुल ने बेहद साफ़ शब्दों में अपनी मां को प्राइम मिनिस्टर बनने से मना कर दिया था. ‘ हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड ‘ किताब में ये अनकहा विवरण दर्ज़ किया गया है. किताब की लेखिका जानी-मानी पत्रकार नीरजा चौधरी हैं जिन्होंने अपनी इस किताब के कई महत्वपूर्ण अंश एक रिपोर्ट के तौर पर प्रकाशित किए हैं.
अगले हफ्ते ये किताब मार्केट में आने वाली है जिसे अलेफ प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. नीरजा चौधरी राजनीतिक संपादक रह चुकी हैं जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल को बेहद नज़दीक से कवर किया है. आइए उनकी किताब के इस किस्से को और करीब से पढ़ते हैं.
इस किताब में 17 मई 2004 की दोपहर में हुई बैठक का ज़िक्र किया गया है जिसमें राहुल गांधी और सोनिया गांधी के बीच ये अनकहा किस्सा हुआ. ये बैठक जनपथ (सोनिया गांधी का निवास स्थान) में चल रही थी जिसमें पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह भी मौजूद थे. इस किताब में लेखिका ने पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के हवाले से लिखा, बैठक में वहाँ सोनिया गांधी , प्रियंका गांधी, मनमोहन सिंह और खुद नटवर सिंह मौजूद थे. इस दौरान सोनिया गांधी कुछ उलझन में लग रही थीं तभी राहुल गांधी वहाँ आ जाते हैं और आते ही अपनी मां से मिलकर कहते हैं- मैं आपको प्रधानमंत्री नहीं बनने दूंगा.
राहुल गांधी ने आगे कहा, मेरे पिता की हत्या कर दी गई, मेरी दादी की हत्या कर दी गई. छह महीने के भीतर आप भी मार दी जाएंगी. उस घटना को याद करते हुए नटवर सिंह बताते हैं कि राहुल गांधी ने धमकी दी थी कि अगर सोनिया गांधी ने उनकी बात नहीं सुनी तो वह खुद बड़ा फैसला लेंगे.
किताब में नटवर सिंह के हवाले से लिखा गया है कि ये धमकी कोई मामूली धमकी नहीं थी. राहुल गांधी बेहद मजबूत इरादों वाले इंसान हैं जिन्होंने सोनिया गांधी को इस मामले को हल करने के लिए 24 घंटे का समय दिया जिनके जाने के बाद मां सोनिया गांधी की आंखों से आंसू आ गए. वह सोच में पड़ गईं की कैसे उनका बेटा उन्हें प्रधानमंत्री का पद ठुकराने के लिए कह रहा है.