नई दिल्ली: INDIA नाम के तले विपक्षी दलों का कुनबा राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया है. संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी विपक्षी दलों की एकता दिखाई दी. हालांकि लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों का आपसी सामंजस्य मजबूत करने की कवायद अभी भी […]
नई दिल्ली: INDIA नाम के तले विपक्षी दलों का कुनबा राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया है. संसद के मानसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी विपक्षी दलों की एकता दिखाई दी. हालांकि लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों का आपसी सामंजस्य मजबूत करने की कवायद अभी भी जारी है. दूसरी ओर राज्यवर दलों के बीच के मतभेद मिटाने का प्रयास भी किया जा रहा है. इसी कड़ी में विपक्षी दल एक बार फिर बैठक के लिए तैयार हैं.
ये महाजुटान मुंबई में होने जा रहा है जिसके लिए 25 और 26 अगस्त की तारीख तय की गई है. इससे पहले पटना और बेंगलुरु में विपक्षी दलों का महाजुटान देखा गया था. ये तीसरी बार होगा जब सभी गैर भाजपाई दल एक ही मंच पर इकट्ठा होंगे. गौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन के लिए ये तीसरी और INDIA नाम मिलने के बाद पहली बैठक होने जा रहे है जिसकी तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं.
जून महीने में बिहार की राजधानी पटना में हुई विपक्ष महागठबंधन की पहली बैठक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी. इसके बाद जुलाई महीने में कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व में दूसरी बैठक बुलाई गई. इस बैठक में विपक्षी गुटों के गठबंधन को INDIA का नाम दिया गया जिसे राहुल गांधी और सीएम ममता बनर्जी ने सुझाया था. अब विपक्षी दलों की अगली महाबैठक मुंबई में होने जा रहे है जिसकी मेजबानी उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और शरद पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी मिलकर करेगी. दो आयामों से ये बैठक काफी महत्वपूर्ण होने वाली है.
पहली बार विपक्षी महाजुटान ऐसे राज्य में होगा जहां विपक्षी दल सत्ता में नहीं है. दूसरा आयाम इस बैठक के जरिए INDIA को उसका पहला संयोजक दिलाना है. INDIA के संयोजक पद के लिए राजनीतिक गलियारों में दो नाम सामने आए हैं जिसमें से एक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार का नाम शामिल है.