नई दिल्ली: चार दशक पहले पूर्व PM इंदिरा गांधी की उनके सिख गार्ड द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. हत्या के विरोध में दिल्ली में सिख लोगों के खिलाफ दंगे हुए थे. इस मामले में अब 39 साल बाद अदालत ने कांग्रेस के पूर्व नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ समन जारी किया […]
नई दिल्ली: चार दशक पहले पूर्व PM इंदिरा गांधी की उनके सिख गार्ड द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. हत्या के विरोध में दिल्ली में सिख लोगों के खिलाफ दंगे हुए थे. इस मामले में अब 39 साल बाद अदालत ने कांग्रेस के पूर्व नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ समन जारी किया है. ऐसे में टाइटलर की मुसीबत और बढ़ गई है. अदालत के इस फैसले पर सिख नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार प्रकट किया है.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली में 1984 में सिखो के खिलाफ हिंसा भड़क गई थी. इस सिख विरोधी दंगों के दौरान दिल्ली के पुल बंगश इलाके में एक गुरुद्वारे में आग लगाए जाने के साथ तीन सिखों की हत्या के मामले में टाइटलर को अदालत नें 5 अगस्त को तलब किया है. इस मामले के सामने आते ही, सिख नेताओं द्वारा कहा गया कि 39 वर्षों के बाद इस मामले में उन्हें इंसाफ मिलने की उम्मीद बढ़ गई है.
दिल्ली में भाजपा से विधायक और सिख नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अदालत के इस समन के बाद कहा कि, सिख विरोधी दंगों के आरोपियों कांग्रेस द्वारा बचाया गया साथ ही उन्हें सरकार में उच्च पदों से नवाजा गया. उन्होंने आगे कहा कांग्रेस जो उस समय सत्ता में थी उसने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने दिया. PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इस कार्रवाई का श्रेय देते हुए सिरसा ने कहा कि यह मजबूत सरकार होने की वजह से संभव हो पाया है.
साल 1984 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद जो दंगे दिल्ली में सिखों के खिलाफ हुए वो दंगे धीरे-धीरे पूरे देश में फैलने लगे. उसमें लगभग 2800 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. सर्वाधिक दिल्ली में 2100 लोगों की हत्या की गई थी. अब 39 साल बाद कोर्ट ने इस मामले में जगदीश टाइटलर को समन किया है.
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