चंडीगढ़ : पूरे उत्तर भारत में बाढ़ और बारिश आफत बनकर आई है. बारिश से लोगों को राहत तो मिल रही है लेकिन कई राज्यों में बाढ़ भी मुसीबत बन गई. पंजाब में बाढ़ से 19 जिले प्रभावित है. बता दें कि बारिश और बाढ़ से 41 लोगों की मौत हो गई है वहीं 1600 […]
चंडीगढ़ : पूरे उत्तर भारत में बाढ़ और बारिश आफत बनकर आई है. बारिश से लोगों को राहत तो मिल रही है लेकिन कई राज्यों में बाढ़ भी मुसीबत बन गई. पंजाब में बाढ़ से 19 जिले प्रभावित है. बता दें कि बारिश और बाढ़ से 41 लोगों की मौत हो गई है वहीं 1600 से अधिक लोगों को राहत शिविर में रहने पर मजबूर होना पड़ा है. पूरे राज्य में 173 शिविर बनाए गए है जिसमें लोगों को रहना पड़ रहा है.
पंजाब में बाढ़ से 19 जिले प्रभावित है. पंजाब सरकार लोगों से अपील कर रही है कि जो इलाका बाढ़ से प्रभावित है वहां के लोग राहत शिविर में चले जाए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 27 हजार से अधिक लोगों को जलमग्न क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बारिश और बाढ़ के चलते कई दिनों से बिजली आपूर्ती बाधित थी. पंजाब सरकार के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित 595 क्षेत्रों में बिजली आपूर्ती बहाल कर दी है. उन्होंने कहा कि बारिश और बाढ़ के चलते कई सारे ट्रांसफॉर्मर खराब हो गए है और 16 करोड़ रूपए से अधिक का नुकासन हुआ है. पूरे राज्य में 66 केवी सबस्टेशन बाढ़ के चलते डूब गए थे जिसको अब चालू कर दिया गया है. वहीं राजधानी दिल्ली में फिर से यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है ऐसे में बुधवार सुबह से ही हो रही बारिश से निचले इलाकों में पानी बढ़ने लगा है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार लोगों को सतर्क कर रही है और सुरक्षित स्थानों की तरफ ले जाने की व्यवस्था कर रही है. प्रशासन ने बाढ़ के खतरे से निपटन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.