Advertisement
  • होम
  • Breaking News Ticker
  • Manipur: मणिपुर घटना को लेकर क्या बोली विपक्षी पार्टियां ?

Manipur: मणिपुर घटना को लेकर क्या बोली विपक्षी पार्टियां ?

इंफाल। मणिपुर (Manipur) में 4 मई को महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा की है। इस बीच विपक्षी पार्टियों ने केंद्र […]

Advertisement
Manipur: मणिपुर घटना को लेकर क्या बोली विपक्षी पार्टियां ?
  • July 20, 2023 7:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

इंफाल। मणिपुर (Manipur) में 4 मई को महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना की निंदा की है। इस बीच विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर हमला तेज कर दिया है।

विपक्षी पार्टियों का बयान

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मणिपुर घटना पर कहा कि वीडियो देखकर ऐसा लगा कि यह कैसा देश है? जहां माताओं-बहनों की इज्जत के साथ खिलावाड़ हो रहा है। मेरा दिल परेशान है और भाजपा के नेता इसपर बात करने की बजाय हमें गाली दे रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक है।

वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे इतिहास का काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा, मणिपुर में लगभग 80 दिनों से अराजकता की स्थिति बनी हुई है, कल एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जो बयां नहीं किया जा सकता। आज जब लोकसभा सत्र प्रारंभ हो रहा था तब केंद्र ने चुप्पी तोड़ी और चुप्पी कैसे तोड़ी उसे पूरी दुनिया ने देखा। पीएम देश के विकास की बात करते हैं, दुनिया के अलग-अलग देशों में आपका भव्य स्वागत होता हैं लेकिन अपने ही देश में राज्य के अंदर गृह युद्ध छिड़ा हुआ है। इससे पहले भी दो राज्य आपस में लड़ चुके हैं। यह घटना देश के लिए और देश के इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ने का काम करेगी।

तेजस्वी यादव ने क्या कहा ?

मणिपुर से शर्मिंदा करने वाली वीडियो आई है। वहां के मुख्यमंत्री क्या-क्या बयान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री अभी तक खामोश थे। राहुल गांधी जा रहे हैं तो प्रधानमंत्री क्यों नहीं जा सकते है ? हमने बेंगलुरु में भी इस मुद्दे को उठाया था। अगर ऐसी कोई घटना विपक्ष शासित किसी राज्य में होती तो पता नहीं कौन-कौन सी एजेंसियां घुस जाती।
Advertisement