इंफाल: मणिपुर हिंसा के दौर जारी है जहां से मानवता को शर्मशार कर देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. मणिपुर हिंसा के दौरान एक विशेष समूह की महिलाओं के साथ हुए ”घृणित कृत्य” और कथित सामूहिक बलात्कार का वीडियो वायरल होने से पूरे देश में नाराज़गी दिखाई दे रही है. विपक्ष […]
इंफाल: मणिपुर हिंसा के दौर जारी है जहां से मानवता को शर्मशार कर देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. मणिपुर हिंसा के दौरान एक विशेष समूह की महिलाओं के साथ हुए ”घृणित कृत्य” और कथित सामूहिक बलात्कार का वीडियो वायरल होने से पूरे देश में नाराज़गी दिखाई दे रही है. विपक्ष मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर पहले ही सरकार को घेर रहा था. वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष की प्रतिक्रया तेज हो गई है जहां अब इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से महिलाओं को नग्न कर भीड़ द्वारा खदेड़े जाने का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ सोशल मीडिया पर आक्रोश फ़ैल गया. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी भाजपा की ओर से इस घटना की निंदा की है और सीएम एन बीरेन सिंह से बात की है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस अमानवीय घटना पर कांग्रेस से लेकर तृणमूल कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी मुखर है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में अपनी तीखी प्रतिक्रया दी है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है.
तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इस मामले को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर दोनों सदनों में नहीं बोलते हैं तो वह इसके बाद होने वाले व्यवधान के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने आगे कहा है, “मन की बात बहुत हो गई, मणिपुर की बात का समय आ गया है।” आम आदमी पार्टी ने भी इस मुद्दे को संसद के मानसून सत्र में उठाने की बात कही है. आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मणिपुर हिंसा पर संसद में चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है.
दरअसल इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर के हालात को लेकर भारत के विचारों पर हमला हो रहा है इंडिया चुप नहीं रहेगा। राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए कहा कि पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता मणिपुर को अराजकता की तरफ धकेल दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के विचारों पर हमले किए जा रहे हैं, इंडिया चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर के लोगों के साथ है। हम उन सबके साथ खड़े हैं, शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र मार्ग है।
दूसरी तरफ कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है। जिसमें उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसाओं की तस्वीरें दिल दहला देने वाली है। साथ ही प्रियंका ने कहा कि हम सभी को एक स्वर में हिंसा की कड़ी निंदा करनी चाहिए। पीएम जी, केंद्र सरकार ने मणिपुर की हिंसक घटनाओं पर आंखें क्यों मूंद ली हैं? क्या ऐसी तस्वीरें और हिंसक घटनाएं उन्हें परेशान नहीं करतीं?