नई दिल्ली: अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण काफी नुकसान पहुंचा था. ये रिपोर्ट अडानी ग्रुप के लिए ही नहीं बल्कि मोदी सरकार के लिए भी बड़ी मुसीबत बनकर आई थी. जिसके बाद केंद्र सरकार पर अडानी ग्रुप को बढ़ावा देने का आरोप लगा था. इसी साल की शुरुआत में आई हिंडनबर्ग की […]
नई दिल्ली: अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के कारण काफी नुकसान पहुंचा था. ये रिपोर्ट अडानी ग्रुप के लिए ही नहीं बल्कि मोदी सरकार के लिए भी बड़ी मुसीबत बनकर आई थी. जिसके बाद केंद्र सरकार पर अडानी ग्रुप को बढ़ावा देने का आरोप लगा था. इसी साल की शुरुआत में आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे.
इन आरोपों की वजह से अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी. इस कारण कारोबारी गौतम अडानी की संपत्ति पर तो असर पड़ा ही था साथ ही उनकी छवि काफी धूमिल हो गई थी. अब गौतम अडानी का एक बार फिर हिंडनबर्ग पर गुस्सा फूटा है. गौतम अडानी ने वीडियो जारी कर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है.
मंगलवार को जारी किए गए वीडियो में अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडानी ने Adani Enterprises की AGM में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कहा, ‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट गलत सूचना और बदनाम करने वाले आरोपों का एक संयोजन थी. उनमें से अधिकांश 2004 से 2015 के बीच के हैं. उन सभी का निपटान उस समय अधिकारियों के जरिए किया गया था. यह रिपोर्ट एक जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण प्रयास था, जिसका उद्देश्य हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना था.’
#WATCH | "…The report was a combination of targeted misinformation and discredited allegations. The majority of them dating from 2004 to 2015. They were all settled by authorities at that time. This report was a deliberate and malicious attempt aimed at damaging our… pic.twitter.com/yEH5r3Duff
— ANI (@ANI) July 18, 2023
AGM में अडानी ने कहा है कि लगातार अडानी ग्रुप की बैलेंस शीट, संपत्ति, परिचालन नकदी प्रवाह मजबूत हो रहा है. पूरे भारत में अडानी ग्रुप की व्यवसायों को प्राप्त करने और उन्हें शुरू करने की गति बेजोड़ है. हमारे शासन मानकों का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियां प्रमाण है. गौतम अडानी आगे कहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया, इजराइल, बांग्लादेश और श्रीलंका में अंतर्राष्ट्रीय विस्तार के पैमाने को सफलता से मान्य किया गया है.
अडानी एंटरप्राइजेज के प्रमुख गौतम अडानी ने आगे कहा है कि भारत की बढ़ती जनसंख्या के कारण खपत में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. उनके शब्दों में, “संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष का अनुमान है कि 2050 में भी भारत की औसत आयु केवल 38 वर्ष होगी. भारत की जनसंख्या 2050 तक लगभग 15% बढ़कर 1.6 बिलियन हो जाएगी. भारत की प्रति व्यक्ति आय 700% से अधिक बढ़कर लगभग 16,000 डॉलर हो जाएगी.” वह आगे कहते हैं कि भारत 25-30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है.