नई दिल्ली: कंगाली से परेशान पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अब वह अपने हवाई अड्डों का संचालन भी नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि पाकिस्तानी सरकार अब अपने इस्लामाबाद हवाई अड्डे का संचालन किसी विदेशी एजेंसी द्वारा कराने पर विचार कर रही है। इसके लिए एक कमेटी […]
नई दिल्ली: कंगाली से परेशान पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अब वह अपने हवाई अड्डों का संचालन भी नहीं कर पा रहा है। यही कारण है कि पाकिस्तानी सरकार अब अपने इस्लामाबाद हवाई अड्डे का संचालन किसी विदेशी एजेंसी द्वारा कराने पर विचार कर रही है। इसके लिए एक कमेटी बना दी गई है, जो इस मामले पर विदेशी ऑपरेटर्स से बातचीत कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वित्त मंत्री इशाक डार ने इस्लामाबाद हवाई अड्डे को आउटसोर्स करने के लिए बनाई गई कमेटी के साथ बैठक की है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिए है कि वह इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन विदेशी एजेंसी को सौंपने की औपचारिकताएं 12 अगस्त तक पूरी कर लें क्योंकि 12 अगस्त पाकिस्तान की मौजूदा सरकार के कार्यकाल का आखिरी दिन है, पाकिस्तान में उसके बाद चुनाव शुरू हो जाएंगे।
दरअसल पाकिस्तान की सरकार विश्व बैंक के इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन की राय पर इस्लामाबाद हवाई अड्डे को आउटसोर्स करने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा हवाई अड्डे का संचालन विदेशी एजेंसी को सौंपने के लिए कानून में बदलाव किए जा रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तान के वित्त मंत्री चाहते हैं कि इस महीने के अंत तक नए कानूनों को संसद की मंजूरी मिल जानी चाहिए।