नई दिल्ली: बरसात का कहर अलग-अलग हिस्सों में नजर आ रहा है. पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत ही आफत दिख रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तरी ओडिशा और उससे सटे पश्चिम बंगाल और झारखंड पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिससे आने वाले 5 दिनों में मध्य […]
नई दिल्ली: बरसात का कहर अलग-अलग हिस्सों में नजर आ रहा है. पहाड़ से लेकर मैदान तक आफत ही आफत दिख रही है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तरी ओडिशा और उससे सटे पश्चिम बंगाल और झारखंड पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिससे आने वाले 5 दिनों में मध्य और पूर्वी भारत में भारी बरसात के आसार है.
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के साथ उत्तर पश्चिम के कुछ राज्यों में अगले 2 दिनों भारी से भी बेहद भारी बरसात का अनुमान लगाया जा रहा है. साथ ही पश्चिमी हिस्सों में 17 जुलाई से तेज बरसात होने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा-चंडीगढ़ में 2 दिनों तक भारी बरसात का अलर्ट है, जबकि वेस्ट उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई क्षेत्रों में आने वाले 4 दिनों तक भारी बरसात जारी रहने वाली है. इसके अलावा उत्तराखंड के चमोली में भारी बरसात के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि मलारी में नदी उफान पर बह रही है, जिसके कारण नदी के विकराल रूप से इस पर बने पुल को भी खतरा पैदा हो गया है. इतना ही नहीं पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात से गंगा भी वॉर्निंग लेवल पर आ चुकी है.