लखनऊ। कर्नाटक के बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को विपक्षी पार्टियों की महाबैठक होने वाली है. इस मीटिंग में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेंगलुरु जाने वाले हैं. इस बीच विपक्षी महाबैठक से पहले सपा को बड़ा झटका लगा है. जहां सपा प्रमुख […]
लखनऊ। कर्नाटक के बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को विपक्षी पार्टियों की महाबैठक होने वाली है. इस मीटिंग में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेंगलुरु जाने वाले हैं. इस बीच विपक्षी महाबैठक से पहले सपा को बड़ा झटका लगा है. जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव बेंगलुरु में होने वाली बैठक में शामिल होने की पूरी रणनीति तैयार कर रहे थे. उधर मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से सपा विधायक दारा सिंह चौहान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
दारा सिंह ने सपा से इस्तीफा देने के बाद दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. बताया जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा उन्हें टिकट दे सकती है. दारा सिंह के जल्द भाजपा में शामिल होने की भी अटकलें हैं.
सपा की गिनती उन बड़े दलों में होती है जो विपक्षी खेमों को मजबूत करती हैं. हालांकि भाजपा की ओर से सेंधमारी को लेकर समाजवादी पार्टी में बैठकों का दौर जारी है. अगर समाजवादी पार्टी कमजोर हो जाएगी तो फिर विपक्षी दलों के समूहों में समाजवादी पार्टी की अहमियत और उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की पार्टी की अपनी सियासी रणनीति कमजोर भी होगी. हालांकि समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा है कि किसी के जाने से समाजवादी पार्टी जैसी विचारधारा वाली पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता.
भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी में सेंधमारी की टाइमिंग तभी चुनी, जब बेंगलुरु में अखिलेश यादव विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठकर 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ बड़ी रणनीति बनाने की तैयारी में थे. बताया जा रहा है कि फिलहाल अखिलेश यादव बेंगलुरु में होने वाली बैठक में शामिल होंगे. साथ ही उनकी नजर उत्तर प्रदेश के सियासी गहमागहमी पर लगातार बनी रहेगी.
विपक्षी दलों की महाबैठक में शामिल होगी AAP, बेंगलुरु जाएंगे केजरीवाल-भगवंत मान