नई दिल्ली: इस समय देश की राजधानी में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. जैसे-जैसे यमुना का पानी बढ़ रहा है वैसे-वैसे खतरे की घंटी तेज होती जा रही है. तटीय इलाकों से बढ़कर पानी अब रिहायशी इलाकों तक पहुँच गया है. बाढ़ और बारिश ने दिल्ली के जन-जीवन को बुरी तरह से […]
नई दिल्ली: इस समय देश की राजधानी में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. जैसे-जैसे यमुना का पानी बढ़ रहा है वैसे-वैसे खतरे की घंटी तेज होती जा रही है. तटीय इलाकों से बढ़कर पानी अब रिहायशी इलाकों तक पहुँच गया है. बाढ़ और बारिश ने दिल्ली के जन-जीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है. आधी दिल्ली की आबादी इसी दहशत में जी रही है कि कब उनके घर में यमुना का पानी प्रवेश कर जाए. अगर आप भी इस दहशत में हैं तो आपको दिल्ली सरकार के ये 10 बड़े निर्देश आवश्य पढ़ लेने चाहिए.
दिल्ली में सभी गैर-जरूरी सरकारी दफ्तरों को बंद कर दिया गया है प्रभावित क्षेत्रों में पानी भर जाने के कारण स्कूल, कॉलेजों की भी छुट्टी कर दी गई है. सभी निजी कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम का रास्ता अपना लिया है. बता दें, ये फैसले उपराज्यपाल की अगुवाई में DDMA की मीटिंग में लिए गए हैं.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ के बीच दिल्ली में पीने के पानी की समस्या होने की बात बताई है. दिल्ली के वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बाढ़ की वजह से बंद करना पड़ रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया है कि जलस्तर के घट जाने पर फिर से प्लांट शुरू कर दिए जाएंगे. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने विधायकों और मंत्रियों को लोगों की मदद करने के निर्दश भी दिए हैं.
नदी का जलस्तर बढ़ने से सीएम कार्यालय भी पानी से भर गया है. राजधानी में इस समय भारी वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. दिल्ली के पैसा लगने वाले सिंघू बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर पर सभी भारी वाहनों को रोका जा रहा है. ओल्ड रेल ब्रिज पर तो जलस्तर 208 मीटर पार कर चुका है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आने वाले दिनों में यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है.
संकट की घड़ी में दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह तब तक घरों से बाहर ना आएं जब तक बहुत जरूरी ना हो.
MCD ने लोगों के लिए भी निगमबोध घाट तक यमुना का पानी पहुंचने के बाद एडवाइजरी जारी की है. इस दौरान अंतिम संस्कार के लिए दूसरे श्मशान घाट का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है.
तट से सटे इलाके और निचले इलाके से लगातार लोगों को निकालने और शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए हैं.
एनडीआरएफ की टीमें भी दिल्ली में बिगड़ते हालात के बीच तैनात की गई हैं. NDRF की टीमों को खासकर उन इलाकों में तैनात किया गया है जहां लगातार जलस्तर बढ़ रहा है.दिल्ली में 6 प्रभावित जिले हैं जहां NDRF की टीमें तैनात की गई हैं.
ऊपर से गुजरने वाले पुल को भी बंद कर दिया गया है जिसे लोहा पुल भी कहा जाता है. यहां पुल के ऊपर से ट्रेनें भी गुजरती हैं जहाँ सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल ब्रिज को बंद कर दिया गया है.
बोट क्लब, पांडव नगर, गांधी नगर और भजनपुरा जैसे इलाकों में जहां पानी भर गया है वहां पर भी बचाव करने के निर्देश दिए गए हैं.
इस दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा भी एडवाइडरी जारी की गई है. बाढ़ के कारण IP फ्लाईओवर और चंदगी राम अखाड़े के बीच और महात्मा गांधी मार्ग पर ट्रैफिक प्रभावित हुआ है. वजीराबाद ब्रिज और रिंग रोड पर भी हालात खराब बताए जा रहे हैं.