मुंबई: महाराष्ट्र में इस समय NCP बनाम NCP की लड़ाई दिखाई दे रही है जहां भतीजे अजित पवार की बगावत से शरद पवार की पार्टी के दो फाड़ हो गए हैं. सीनियर पवार और जूनियर पवार, दोनों ही खेमे असली NCP होने का दावा ठोक रहे हैं. इसी बीच अजित पवार गुट के बागी नेताओं […]
मुंबई: महाराष्ट्र में इस समय NCP बनाम NCP की लड़ाई दिखाई दे रही है जहां भतीजे अजित पवार की बगावत से शरद पवार की पार्टी के दो फाड़ हो गए हैं. सीनियर पवार और जूनियर पवार, दोनों ही खेमे असली NCP होने का दावा ठोक रहे हैं. इसी बीच अजित पवार गुट के बागी नेताओं ने उन्हें NCP अध्यक्ष बनाए जाने का दावा किया है. हालांकि अजित पवार को एनसीपी अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर चुनाव आयोग में याचिका दी गई है. दूसरी ओर शरद पवार गुट ने भी अर्ज़ी लगाई है कि NCP को लेकर यदि अपने आधिपत्य का दावा किया जाए तो आयोग शरद पवार पक्ष को भी जरूर सुने. आइए जानते हैं दोनों धड़ों ने चुनाव आयोग से अपनी अर्ज़ी में क्या कहा है.
शरद पवार के गुट की ओर से आयोग से गुहार लगाई गई है कि यदि NCP पर कोई भी अपने अधिकार और नाम निशान पर दावा करता है तो उनकी दलीलें भी सुनी जाएं. इस दौरान शरद पवार गुट की ओर से पार्टी में बगावत कर दल बदल करने वाले अपने विधायकों की जानकारी भी आयोग को दी गई है. चुनाव आयोग को सत्ताधारी गठबंधन में मंत्री पद पर शपथ लेने वाले विधायकों को पार्टी से बर्खास्त करने की भी जानकारी दी गई है.
दूसरी ओर चुनाव आयोग के सामने अजित पवार गुट ने बड़ा दावा किया है. जहां अजित पवार को शरद पवार को NCP अध्यक्ष बनाए जाने पर दावा ठोका गया है. जानकारी के अनुसार 30 जून को कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी जिसमें ये प्रस्ताव पास किया गया है. प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टी लोक कल्याण के उद्देश्य से दूर जा रही है ऐसे में शरद पवार की जगह अजित पवार को अध्यक्ष चुना जाता है। हालांकि अजित गुट ने चुनाव आयोग के सामने अर्ज़ी भी दायर कर दी है जिसमें उनके NCP अध्यक्ष होने का दावा किया गया है.